चंडीगढ़, 29 मार्च (आईएएनएस)। कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह और उसके आका पापलप्रीत सिंह ने एक बार फिर होशियारपुर शहर के पास एक गांव में पंजाब पुलिस को चकमा दे दिया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
घटनाक्रम से परिचित एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि अमृतपाल सहित तीन लोगों के साथ एक इनोवा वाहन को पुलिस ने मंगलवार रात एक नाके पर रोका, लेकिन वे अंधेरे में भागने में सफल रहे।
पुलिस फगवाड़ा से कार का पीछा कर रही थी। बाद में कार फगवाड़ा-होशियारपुर मार्ग पर गुरुद्वारा भाई चंचल सिंह के पास लावारिस हालत में मिली। वे पैदल भागे।
पुलिस ने होशियारपुर जिले के गांवों की घेराबंदी कर दी है और घर-घर जाकर तलाशी अभियान चला रही है।
हाई अलर्ट पर पुलिस को होशियारपुर और जालंधर जिलों में अमृतपाल के होने की सूचना मिली थी।
अमृतपाल सिंह और पापलप्रीत सिंह का एक नया वीडियो मंगलवार को सामने आया, जिसमें कथित तौर पर अमृतपाल दिल्ली की एक गली में बिना पगड़ी और मास्क पहने घूम रहा था।
एक दिन पहले राज्य के महाधिवक्ता ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट को सूचित किया था कि पुलिस अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के करीब है।
हाईकोर्ट एक व्यक्ति द्वारा उसकी रिहाई की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसने दावा किया था कि अमृतपाल सिंह जालंधर में अवैध हिरासत में है।
महाधिवक्ता ने स्पष्ट किया कि अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया है और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, पंजाब एक संवेदनशील चरण से गुजर रहा है और इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा शामिल है। इस तरह, दिए गए तर्कों को बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में उठाए गए तर्कों तक ही सीमित होना चाहिए।
दोनों पक्षों के वकील को सुनने के बाद न्यायमूर्ति एन.एस. शेखावत ने याचिकाकर्ता के वकील से सबूत दिखाने को कहा कि अमृतपाल सिंह पुलिस की अवैध हिरासत में है। उन्होंने कहा कि राज्य का स्पष्ट रुख है कि अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अमृतपाल सिंह 18 मार्च से गिरफ्तारी से बच रहा है और अपना ठिकाना बार बार बदल रहा है।
–आईएएनएस
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