पटना, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार में गर्मी आते ही आग लगने की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। वैसे, राज्य में गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि कोई नई बात नहीं है।
इधर, आपदा नियंत्रण विभाग ने भी आग लगने की घटनाओं पर नजर रखने तथा राहत और बचाव कार्य तुरंत चलाने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विभिन्न जिलों में आग लगने की घटनाओं में पिछले दो दिनों में चार लोगों की मौत हो गई है जबकि बड़े इलाके में लगी फसल बर्बाद हो गई है। मृतकों में दो पटना, एक बक्सर और एक सीतामढ़ी जिले के हैं। बताया जाता हैं कि 16 जिलों में छोटी – बड़ी आगजनी की घटनाएं घटी हैं।
ऐसा नहीं कि आग लगने की घटनाएं वैसे तो ठंड के मौसम में भी होती हैं, लेकिन गर्मी में यह कुछ ज्यादा ही होती है।
जानकारी के मुताबिक, राज्य में आग लगने की घटनाओं के 169 हाट स्पाट पाए गए है, जिनमें 19 पटना में है। इन सभी स्थानों सबसे अधिक अगलगी की घटनाएं होती हैं।
इस गर्मी के मौसम में जहानाबाद के बंभई और पान बीघा गांव में आग लगने की घटना में 250 बीघा में गेहूं की फसल स्वाहा हो गई।
पटना अग्निशमन विभाग ने उन सभी स्थानों की पहचान कर वहां दमकल के साथ फायर मैन को प्रतिनियुक्त किया है, जहां आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं सामने आती है।
विभाग का कहना है कि सबसे अधिक घटनाएं शार्ट सर्किट से हो रही हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में लोदीपुर, कंकड़बाग, पटना सिटी, सचिवालय, फुलवारीशरीफ, दानापुर, बाढ़, पालीगंज, मसौढ़ी और बिहटा अग्निशामालय क्षेत्र में 725 से अधिक घटनाएं हुईं।
विभाग का दावा है कि आग लगने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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