जयपुर, 20 नवंबर (आईएएनएस)। महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव के लिए सिर्फ चार दिन बचे हैं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि सात गारंटी ने कांग्रेस के पक्ष में नैरेटिव तय कर दी है और इतिहास रचा जाएगा, क्योंकि कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। रेगिस्तानी राज्य में हर बार वैकल्पिक पार्टी की सरकार बनने की परंपरा टूटेगी।
मुख्यमंत्री ने आईएएनएस को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि जब उनके रिपोर्ट-कार्ड की बात आती है तो भाजपा के पास दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है, क्योंकि न तो केंद्र सरकार ने राजस्थान के लिए कुछ किया है और न ही पिछली भाजपा सरकार ने कोई बड़ा बदलाव किया है।
आईएएनएस : सात गारंटी ने राजस्थान में लोगों को कांग्रेस के बारे में बात करने पर मजबूर कर दिया है। क्या आपको लगता है कि राज्य सरकार की योजनाएं सबसे पुरानी पार्टी के दोबारा सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी?
अशोक गहलोत : हां, सात गारंटी ने राजस्थान में कांग्रेस के पक्ष में कहानी तय कर दी है। हमने पहले 10 गारंटी दी थी और सभी को पूरा किया। हमने लोगों को महंगाई से राहत दिलाने के लिए ‘महंगाई राहत’ शिविरों का आयोजन किया। इसलिए, हमारी विश्वसनीयता है और लोग हम पर भरोसा करते हैं। हमने जनता को जो गारंटी दी है, उसे पूरा करेंगे।
आईएएनएस : कांग्रेस की सात गारंटी में परिवार की महिला मुखिया को 10,000 रुपये का वार्षिक मानदेय, 1.05 करोड़ परिवारों को 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर, पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलो गोबर की खरीद पर ध्यान केंद्रित किया गया है। आप इसे कैसे प्रबंधित करेंगे?
अशोक गहलोत : कांग्रेस लोगों को सशक्त बनाने और उन्हें सीधे लाभ पहुंचाने में विश्वास करती है। भाजपा अपने पसंदीदा कॉरपोरेट और पूंजीपतियों को सशक्त बना रही है। वे अपने एनपीए को माफ करने के लिए जनता के पैसे का उपयोग करते हैं। हम लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सार्वजनिक धन का उपयोग करते हैं। हम जानते हैं कि धन का प्रवाह कैसे बनाया जाए। हम उसी पैसे का उपयोग 500 से 1.05 करोड़ परिवारों को गैस सिलेंडर, परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को 10,000 रुपये और पशुपालक से 2 रुपये प्रति किलोग्राम गोबर खरीदने में करेंगे।
आईएएनएस : सात गारंटियों में सरकारी कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को लैपटॉप या टैबलेट, प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रति परिवार 15 लाख रुपये तक का बीमा कवर और अंग्रेजी माध्यम में स्कूली शिक्षा शामिल है। आप इसे कैसे लागू करने की योजना बना रहे हैं?
अशोक गहलोत : राजस्थान ने पिछले पांच साल में काफी प्रगति की है। हमारे पास पैसों की कोई कमी नहीं है। हम जनता के पैसे का उपयोग जनता की भलाई के लिए करेंगे। राजस्थान में स्कूली शिक्षा को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, यह जानने के लिए हमने छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच एक विस्तृत सर्वेक्षण किया। उनमें से कम से कम 99 प्रतिशत ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके बच्चों को स्कूलों में अंग्रेजी में पढ़ाया जाए। इसने हमें यह गारंटी पेश करने के लिए प्रेरित किया। हमें अपने लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा देने की जरूरत है। कभी-कभी प्राकृतिक आपदाओं में परिवारों के अकेले कमाने वाले लोगों की जान चली जाती है। परिवारों को अभावग्रस्त स्थिति में देखना बहुत कष्टदायक होता है। इसलिए, हम एक समाधान लेकर आए हैं और हम इसके लिए धन की व्यवस्था करेंगे।
आईएएनएस : 25 लाख रुपये तक का बीमा प्रदान करने वाली चिंरजीवी योजना देशभर में मुख्य चर्चा का विषय बन गई है। क्या आपको लगता है कि यह योजना चुनाव में राज्य में गेम चेंजर साबित होगी?
अशोक गहलोत : प्राइवेट अस्पताल मरीजों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं। आम आदमी गुणवत्तापूर्ण इलाज कराने में सक्षम नहीं है। लोगों को सिर्फ इसलिए मरते हुए देखना बहुत दर्दनाक था, क्योंकि वे गुणवत्तापूर्ण इलाज का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे। फिर हमने सोचा कि इस योजना को लाया जाए और इसे गारंटी के रूप में पेश किया जाए। हमने इसे पूरा किया। अब राजस्थान में हर किसी को 25 लाख रुपये तक का मेडिकल कवर मिल रहा है। यह आयुष्मान योजना में केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही राशि का पांच गुना है।
आईएएनएस : राजस्थान में पिछले तीन दशकों से वैकल्पिक सरकार की परंपरा रही है। क्या आपको लगता है कि कांग्रेस सरकार लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी और परंपरा बदलेगी?
अशोक गहलोत : एक बार के लिए कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। हमने यथासंभव सर्वोत्तम तरीके से लोगों की सेवा की है। राजस्थान में हमें बहुत प्यार और समर्थन मिल रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि इस बार कांग्रेस सरकार दोबारा बनेगी और इतिहास बनेगा।
आईएएनएस : आपने राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले जाति आधारित जनगणना की घोषणा की। क्या आप मानते हैं कि पार्टी को वादों से फायदा होगा?
अशोक गहलोत : वह सामाजिक न्याय के प्रति राहुल जी की प्रतिबद्धता थी। हम उस प्रतिबद्धता को भी पूरा करेंगे।
आईएएनएस : महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई में आपकी राज्य इकाई के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के परिसरों की तलाशी और आपके बेटे वैभव को तलब करना और पूछताछ करना शामिल है। क्या इससे कांग्रेस को राजनीतिक लाभ लेने के भाजपा के आरोपों को मात देकर जमीन हासिल करने में मदद मिलेगी?
अशोक गहलोत : राजस्थान में बीजेपी नहीं, बल्कि केंद्रीय एजेंसियां चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने हमारे नेताओं और लोगों को डराने के लिए छापे मारे हैं। उन्हें कोई सबूत नहीं मिला है और एक भी आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हमने कोई ग़लती नहीं की है। हमारे नेता साफ-सुथरे हैं। लोग इस विच-हंट को देख रहे हैं। वे भाजपा को करारा जवाब देंगे।
आईएएनएस : भाजपा राज्य में खराब कानून-व्यवस्था को लेकर आपकी सरकार पर आरोप लगाती रही है। भाजपा के आरोपों को आप कैसे देखते हैं?
अशोक गहलोत : जब रिपोर्ट कार्ड की बात आती है तो भाजपा के पास दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है, न तो केंद्र सरकार ने राजस्थान के लिए कुछ किया है और न ही पिछली भाजपा सरकार ने कुछ किया है। आरोप-प्रत्यारोप के अलावा उनके पास कुछ नहीं है। हम ये चुनाव एक सकारात्मक एजेंडे पर लड़ रहे हैं और हमने पिछले पांच वर्षों में क्या किया, सबको पता है। इसलिए, लोग हमें वोट देंगे।
200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
पिछले तीन दशकों से हर चुनाव के बाद वैकल्पिक पार्टी की सरकार बनने की परंपरा वाले राजस्थान में कांग्रेस की नजर लगातार दूसरे कार्यकाल मिलने पर है।
(आनंद सिंह से nand.s@ians.in पर संपर्क किया जा सकता है)
–आईएएनएस