काहिरा, 1 फरवरी, (आईएएनएस)। राफा बॉर्डर क्रॉसिंग को शनिवार को फिर से खोल दिया गया। गाजा में बीमार और घायल फिलिस्तीनी मरीजों को विदेश में इलाज के लिए मिस्र जाने की अनुमति मिलने के बाद क्रॉसिंग लगभग नौ महीने में पहली बार खोली गई।
यह क्रॉसिंग गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश बिंदु है, लेकिन पिछले साल इजरायली सेना ने इसके फिलिस्तीनी हिस्से पर कब्जा कर लिया था और इसे बंद कर दिया था। इसके बाद मिस्र ने भी विरोध स्वरूप अपने हिस्से का मार्ग बंद कर दिया।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि 50 मरीज उनके साथ देखभाल करने वाले 61 लोग राफा से मिस्र पहुंच गए हैं।
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक मिस्र के टेलीविजन पर दिखाया गया कि फिलिस्तीनी रेड क्रॉस की एम्बुलेंस क्रॉसिंग गेट पर आ रही हैं और कई बच्चों को स्ट्रेचर पर बाहर लाया जा रहा है फिर मिस्र की तरफ की एम्बुलेंस में उन्हें ले जाया जा रहा है।
कई मरीज कैंसर सहित पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं और इजरायल के 15 महीने के युद्ध के दौरान उनका इलाज नहीं हो पाया है।
19 जनवरी को हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम समझौते के तहत कुल 400 फिलिस्तीनियों को गाजा छोड़ने की अनुमति दी जाएगी।
प्रमुख सीमा क्रॉसिंग को खोलने से पहले शनिवार को हमास ने गाजा में तीन इजरायली बंदी को रिहा किया, जिसके बदले में इजरायली जेलों में बंद 180 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी अदला-बदली है।
रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय में अस्पतालों के निदेशक मोहम्मद जकौत ने कहा कि 6,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मरीज विदेश भेजे जाने के लिए तैयार हैं और कम से कम 12,000 मरीजों को इलाज की तत्काल जरुरत है। उन्होंने कहा कि बाहर जाने वालों की छोटी संख्या जरुरतों को पूरा नहीं कर पाएगी, और हमें उम्मीद है कि यह संख्या बढ़ेगी।
15 महीनों तक किए गए इजरायली हमलों ने गाजा के स्वास्थ्य क्षेत्र को तबाह कर दिया। अधिकांश अस्पताल बंद हो गए और हजारों फिलिस्तीनी उचित इलाज की कमी के कारण पीड़ित हैं।
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए जबकि 111,580 घायल हुए।
–आईएएनएस
एमके/