deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

गाजा में जंग के बीच बाढ़ का खतरा, बारिश का पानी बढ़ाएगा फिलिस्तीनियों की मुश्किलें

by
November 25, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

READ ALSO

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री

एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

गाजा, 25 नवंबर (आईएएनएस)। गाजा पट्टी में सिविल डिफेंस ने बारिश के पानी की वजह से ‘मानवीय आपदा’ की चेतावनी दी है क्योंकि इससे बाढ़ आ सकती है और विस्थापित लोगों के तंबू क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा, “बारिश के कारण, यारमौक स्टेडियम शेल्टर कैंप, गाजा नगर पालिका पार्क, बीच कैंप और गाजा शहर के स्कूलों में लगे तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”

बयान के मुताबिक, “अगर कैंप में विस्थापित लोग इन्हीं हालात में रहे, तो हम एक भयावह मानवीय दृश्य का सामना करेंगे, क्योंकि कई तंबू क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे आश्रय के लिए सही नहीं हैं।”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, प्राधिकरण ने चिंता जाहिर की कि सर्दियों के शुरू होने के साथ ही हालात और खराब हो सकते हैं।

नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने चेतावनी दी कि निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को ‘वास्तविक आपदा’ का सामना करना पड़ेगा, अगर वे बारिश के पानी के संपर्क में आए तो, क्योंकि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है जिसके कारण सीवेज चैनल ब्लॉक हो गए हैं।

नागरिक सुरक्षा के प्रवक्ता महमूद बसल ने उन घरों और इमारतों के ढहने के खतरे की चेतावनी दी, जहां से लोग पलायन कर गए हैं। इन इमारतों में दरारें आ गई हैं।

बसल ने अतंरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे गाजा पट्टी में विस्थापित फिलिस्तीनियों की जान बचाएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्हें टेंट और कारवां उपलब्ध कराकर सर्दियों के मौसम की कठिनाइयों से बचाएं।

गाजा शहर के मध्य में अपने परिवार के साथ अस्थायी तंबू में रहने वाले रजब अबू वर्दा ने कहा, “बारिश ने हमारी परेशानी बढ़ा दी है और इस भयावह स्थिति में हमारे लिए स्थिति और भी खराब कर दी है।” उन्होंने कहा कि बारिश और हवा ने उनके जीवन को ‘असहनीय’ बना दिया है।

7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

–आईएएनएस

एमके/

Related Posts

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री
ताज़ा समाचार

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

भारत को अपनी सरहदें इतनी मजबूत करनी चाहिए कि भविष्य में पहलगाम जैसी घटना न हो : राशिद अल्वी

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

राजस्थान : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, नागरिकों की सुरक्षा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

युद्धविराम के उल्लंघन पर नेताओं ने पाकिस्तान को लताड़ा

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

संदीप दीक्षित ने सीजफायर को लेकर विदेशी ताकत के हस्तक्षेप पर उठाए सवाल

May 11, 2025
Next Post
बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, नव निर्वाचित विधायकों ने ली शपथ

बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, नव निर्वाचित विधायकों ने ली शपथ

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

यू मुंबा के खिलाफ जीत की राह पर लौटना चाहेंगे यूपी योद्धा

February 2, 2024
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : बांग्लादेश में बढ़ रही महिलाओं के खिलाफ हिंसा, चौंकाने वाले आंकड़ों ने खोली यूनुस सरकार की पोल

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : बांग्लादेश में बढ़ रही महिलाओं के खिलाफ हिंसा, चौंकाने वाले आंकड़ों ने खोली यूनुस सरकार की पोल

March 8, 2025
एनएसए अजीत डोभाल ने कोलंबो में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की

एनएसए अजीत डोभाल ने कोलंबो में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की

August 30, 2024

आईआईटी दिल्ली में आत्महत्या से चिंतित छात्र, निदेशक से की मुलाकात

February 23, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080878
Total views : 5870406
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications