गाजियाबाद, 26 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो शेयर ट्रेडिंग और क्रिप्टोकरंसी में निवेश का झांसा देकर लोगों को चूना लगा रहे थे।
इस गिरोह ने 19 राज्यों में 136 वारदातों को अंजाम दिया और कुल 77.52 करोड़ रुपए की ठगी की। अकेले गाजियाबाद में, इस गिरोह ने तीन पीड़ितों से लगभग 10 करोड़ रुपए ठगे थे। ये आरोपी पहले पीड़ितों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर बात करते थे। इसके बाद क्रिप्टोकरेंसी और शेयर ट्रेडिंग के नाम पर फर्जी वेबसाइट और ऐप के जरिये लोगों से धोखाधड़ी करते थे।
एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने बताया कि आरोपी महिला के नाम से फेसबुक पर आईडी बनाकर घटना को अंजाम देते थे। आरोपित लखनऊ के आलमबाग निवासी शिवा जायसवाल, आशीष कनौजिया और आगरा के जगदीशपुरा निवासी तुषार मिश्रा हैं।
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम निवासी शशि रंजन कुमार से 7.92 करोड़ रुपए की ठगी शेयर ट्रेडिंग के नाम पर की थी। पीड़ित ने जुलाई में केस दर्ज कराया था। वहीं अंकित सक्सेना से 1.82 करोड़ रुपए की ठगी हुई थी। कई शिकायतें आने के बाद से पुलिस लगातार इनकी तलाश कर रही थी। पुलिस को जांच में कई साक्ष्य मिले थे।
पीयूष ने बताया कि मामले की संख्या बढ़ने पर इसकी जांच साइबर क्राइम थाना पुलिस ने शुरू की। जांच में पुलिस ने पीड़ितों से ठगी हुई धनराशि में से 1.4 करोड़ रुपए रिकवर कर लिए हैं। जो पैसे बचे हैं उनको भी जल्द ही रिकवर कर लिया जाएगा।
एडीसीपी क्राइम ने बताया कि आरोपी पूरे देश में लोगों से ठगी कर रहे थे। पूछताछ की जा रही है। इनके टीम में कितने लोग थे और कैसे काम करते थे, इसकी जांच जारी है।
उन्होंने कहा कि अभी तक जांच में 136 मामलों के 11 करोड़ रुपए ट्रांसफर होने की बात सामने आई है। कमीशन के माध्यम से पैसा एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कराया जाता है उनकी भी तलाश की जा रही है।
–आईएएनएस
एसएके/एएस