जबलपुर. राइट टाउन स्थित गाला डेवलपर परिसर में सेंट्रल जीएसटी ने शुक्रवार को छापामार कार्रवाई की. अचानक हुई कार्यवाही से हडक़ंप मच गया. सर्चिंग, दस्तावेजों की जांच पड़ताल के दौरान कथित तौर पर कई गड़बडिय़ां उजगार हुई.
प्रारंभिक आकलन में टैक्स में भारी अनियमितताएं मिली. 4.7 करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी गई. बताया जा रहा हैं कि जीएसटी चोरी के साक्ष्य मिलने के बाद ही अचानक छापे की कार्रवाई की गई. सूत्रों के अनुसार बगैर पंजीयन, भुगतान के जीएसटी चोरी की गई.
जानकारी के मुताबिक जीएसटी नियमों के उल्लंघन के संकेत मिलने पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर के आयुक्त के मार्गदर्शन और नेतृत्व में जीएसटी चोरी शाखा ने जबलपुर के राइट टाउन स्थित मैसर्स गाला डेवलपर, के परिसर में जीएसटी की बड़ी कार्यवाही हुई. प्रारंभिक आकलन के अनुसार 4.07 करोड़ का जीएसटी डेवलपर से वसूली योग्य है.
न पंजीकरण, न भुगतान
प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि मैसर्स गाला डेवलपर विभिन्न भू-स्वामियों को भूमि विकास सेवाएं प्रदान कर रहा था. इन सेवाओं में भूमि को प्लॉट के रूप में बिक्री के लिए उपयुक्त बनाना शामिल है. इन सेवाओं को वर्कर्स कॉन्ट्रैक्ट सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिन पर जीएसटी लागू होता है. जांच में यह पाया गया कि मेसर्स गाला डेवलपर्स, जबलपुर ने न तो जीएसटी पंजीकरण कराया और न ही प्रदान की गई सेवाओं पर जीएसटी का भुगतान किया.