पिथौरागढ़, 20 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर पिथौरागढ़ के धारचूला पहुंचे। यहां केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
यहां से सीएम धामी गुंजी गांव पहुंचे, जहां वह शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सेना के जवानों और ग्रामीणों के साथ योग करेंगे। इससे पहले सीएम धामी ने अपने पैतृक गांव हडखोला में पूजा-अर्चना की।
सीएम धामी के दो दिवसीय कार्यक्रम को लेकर पुलिस-प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। उनका सेना, आईटीबीपी और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के अधिकारियों ने स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दिन-रात समर्पण भाव के साथ राष्ट्र सेवा में तैनात जवानों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि वह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आदि कैलाश में आयोजित योग कार्यक्रम में उपस्थित रहकर स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों के साथ योग करेंगे। लोग भी घरों और आसपास आयोजित कार्यक्रम में जरूर शिरकत करें।
उन्होंने कहा कि योग हमारी प्राचीन विरासत का बहुमूल्य उपहार है, जो मनुष्य की मानसिक और शारीरिक शक्ति में वृद्धि के साथ आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाने में सहायता करता है। नियमित योग अभ्यास तनाव कम करने, जीवन संतुलित बनाए रखने तथा असंभव लक्ष्य को पाने में विशेष भूमिका निभाता है। योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है। यह पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की महत्वपूर्ण देन है।
–आईएएनएस
स्मिता/एबीएम
पिथौरागढ़, 20 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर पिथौरागढ़ के धारचूला पहुंचे। यहां केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
यहां से सीएम धामी गुंजी गांव पहुंचे, जहां वह शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सेना के जवानों और ग्रामीणों के साथ योग करेंगे। इससे पहले सीएम धामी ने अपने पैतृक गांव हडखोला में पूजा-अर्चना की।
सीएम धामी के दो दिवसीय कार्यक्रम को लेकर पुलिस-प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। उनका सेना, आईटीबीपी और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के अधिकारियों ने स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दिन-रात समर्पण भाव के साथ राष्ट्र सेवा में तैनात जवानों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि वह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आदि कैलाश में आयोजित योग कार्यक्रम में उपस्थित रहकर स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों के साथ योग करेंगे। लोग भी घरों और आसपास आयोजित कार्यक्रम में जरूर शिरकत करें।
उन्होंने कहा कि योग हमारी प्राचीन विरासत का बहुमूल्य उपहार है, जो मनुष्य की मानसिक और शारीरिक शक्ति में वृद्धि के साथ आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाने में सहायता करता है। नियमित योग अभ्यास तनाव कम करने, जीवन संतुलित बनाए रखने तथा असंभव लक्ष्य को पाने में विशेष भूमिका निभाता है। योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है। यह पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की महत्वपूर्ण देन है।
–आईएएनएस
स्मिता/एबीएम