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Home Today's Special News

गुजरात आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र के छात्रों ने कोच्चि बिएनेल का दौरा किया, कलाकृतियों को देखकर हुए हैरान

by
January 5, 2023
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गुजरात आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र के छात्रों ने कोच्चि बिएनेल का दौरा किया, कलाकृतियों को देखकर हुए हैरान
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कोच्चि, 5 जनवरी (आईएएनएस)। अहमदाबाद निरमा यूनिवर्सिटी के आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र के 51 छात्र कोच्चि-मुजिरिस बिएनेल के पांचवें संस्करण का दौरा करने पहुंचे। पांच छात्रों में शामिल छात्रा माधुरी साही ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानती हैं जो यह (कलाकर्तियां) देख पा रही हैं। बिएनेल ने हमें एक नया अनुभव दिया जैसा पहले कभी नहीं हुआ था।

सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

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अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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कोच्चि, 5 जनवरी (आईएएनएस)। अहमदाबाद निरमा यूनिवर्सिटी के आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र के 51 छात्र कोच्चि-मुजिरिस बिएनेल के पांचवें संस्करण का दौरा करने पहुंचे। पांच छात्रों में शामिल छात्रा माधुरी साही ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानती हैं जो यह (कलाकर्तियां) देख पा रही हैं। बिएनेल ने हमें एक नया अनुभव दिया जैसा पहले कभी नहीं हुआ था।

सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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कोच्चि, 5 जनवरी (आईएएनएस)। अहमदाबाद निरमा यूनिवर्सिटी के आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र के 51 छात्र कोच्चि-मुजिरिस बिएनेल के पांचवें संस्करण का दौरा करने पहुंचे। पांच छात्रों में शामिल छात्रा माधुरी साही ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानती हैं जो यह (कलाकर्तियां) देख पा रही हैं। बिएनेल ने हमें एक नया अनुभव दिया जैसा पहले कभी नहीं हुआ था।

सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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कोच्चि, 5 जनवरी (आईएएनएस)। अहमदाबाद निरमा यूनिवर्सिटी के आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र के 51 छात्र कोच्चि-मुजिरिस बिएनेल के पांचवें संस्करण का दौरा करने पहुंचे। पांच छात्रों में शामिल छात्रा माधुरी साही ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानती हैं जो यह (कलाकर्तियां) देख पा रही हैं। बिएनेल ने हमें एक नया अनुभव दिया जैसा पहले कभी नहीं हुआ था।

सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

–आईएएनएस

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सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

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सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

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सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

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अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

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सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

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अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

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सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

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अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

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अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

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अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

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सामान्य धारणा है कि कलाकृतियों का दूर से आनंद लिया जाना चाहिए, लेकिन इनको नजदीक से देखा जाए तो यह उलटा हो जाता है। साही ने कहा कि न केवल ²ष्टि और ध्वनि के साथ, गंध समेत अनुभव, प्रशंसकों को समकालीन कलाओं के आसपास के क्षेत्र में आश्चर्यचकित करते हैं। वहीं ग्रुप की शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि यह आयोजन अद्वितीय, विशिष्ट कला रूपों का उत्सव है।

अपर्णा ने कहा, बिएनेल का हमारा विचार केवल किताबों और चित्रों के माध्यम से था। विभिन्न समकालीन आर्ट रूप जो व्यक्तिगत रूप से गहरे और अपनी अनूठी विचार धाराओं में विशाल हैं, जागरूकता का एक नया स्तर पैदा करते हैं। यह यात्रा एक अद्भुत अनुभव था। अत्यधिक रचनात्मक कला प्रदर्शनियों का दौरा करने के बाद, मुझे यकीन है, परिवर्तन चाहे वे कितने भी छोटे हों, हम में से प्रत्येक के मन में होने ही वाले हैं।

अपर्णा ने कहा कि आधुनिक, अलग-अलग तकनीक और रचनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यमों ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है। छात्र कलाकृतियों को देखकर चकित रह गए।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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