अहमदाबाद, 19 जनवरी (आईएएनएस)। गुजरात के द्वारका शहर में अधिकारियों ने हरनी झील जैसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई थी।
गुजरात के वडोदरा शहर के बाहरी इलाके में हरनी झील में क्षमता से अधिक लोगों से भरी नाव पलट गई थी। जिसमें 14 लोगों की जान चली गई। मृतकों में 12 छात्र और दो शिक्षक शामिल थे।
अधिकारियों ने कहा कि अब फोकस द्वारका शहर में विभिन्न जल-आधारित आकर्षणों में लाइफ जैकेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने और पर्यटक सुरक्षा बढ़ाने पर है।
गोमती नदी और शिवराजपुर समुद्र तट पर चलने वाली कई सवारी और ओखा को बेट द्वारका से जोड़ने वाली नौका सेवा के साथ, अधिकारियों ने कठोर सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए हैं। अधिकारियों ने ओखा-बेट द्वारका मार्ग पर भीड़भाड़ को खत्म करने के लिए नौका ऑपरेटरों को निर्देश भी जारी किए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, “प्रत्येक व्यक्ति के लिए लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यह कदम महत्वपूर्ण है।”
राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने कहा कि पहले, नावें अक्सर अपनी क्षमता से दोगुने यात्रियों को ले जाती थीं, और लाइफ जैकेट का उपयोग शायद ही कभी किया जाता था। मैं अधिकारियों से नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने और सभी सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने का आग्रह करता हूं।
द्वारका पुलिस भी गोमती नदी के किनारे गहन निरीक्षण करते हुए नियमों को लागू कर रही है। पुलिस ने कहा कि उनका फोकस लाइफ जैकेट नियम का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने पर है। पुलिस ने कहा कि सवारी संचालकों को इन सुरक्षा उपायों का पालन करने की चेतावनी दी गई है, जबकि अनुपालन न करने पर गंभीर परिणाम होंगे।
–आईएएनएस
एफजेड/एबीएम