नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
–आईएएनएस
एसटीपी/एबीएम
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
–आईएएनएस
एसटीपी/एबीएम
नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।
–आईएएनएस
एसटीपी/एबीएम
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नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की याचिका को खारिज करने के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि मानहानि के मामलों में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में एक टिप्पणी की थी कि सारे चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं। देशभर में मोदी सरनेम अधिकांश पिछड़ों और अति पिछड़ों का होता है। ये घोर रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी थी और कायदे से राहुल गांधी को अपनी गलती के लिए माफी मांग लेनी चाहिए था। लेकिन, उन्होंने माफी नहीं मांगी। लोअर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा दी, जिसके खिलाफ वह सेशन कोर्ट गए। सेशन कोर्ट ने उन्हें बेल तो दे दिया, लेकिन, कनविक्शन को स्टे नहीं किया और इसी वजह से नियमानुसार उनकी संसद सदस्यता भी खत्म हो गई।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी गुजरात हाई कोर्ट गए और उनकी कोशिश यही थी कि उनके कनविक्शन को स्टे किया जाए। लेकिन, आज गुजरात हाई कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है। भाजपा नेता ने गुजरात हाई कोर्ट के आज के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा कि इनके खिलाफ 10 मामले चल रहे हैं, इसलिए कनविक्शन को स्टे करने का कोई रीजनेबल ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि मानहानि के मामले में राहुल गांधी आदतन अपराधी हैं। वह देश की, संवैधानिक संस्थाओं की, मीडिया की, सेना की, यहां तक की न्यायपालिका की भी आलोचना करते रहते हैं, मानहानि करते रहते हैं। उनके खिलाफ मानहानि के 7-8 मामले चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब वे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, यह उनका अधिकार है, जाएं सुप्रीम कोर्ट। प्रसाद ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी उनके नेता हैं तो वे अपने नेता पर कंट्रोल क्यों नहीं करते हैं? अगर ओबीसी के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा मौका देने पर उन्होंने माफी मांग लिया होता तो आज यह हालत नहीं होती। माफी मांगने की बजाय उन्होंने वीर सावरकर तक का अपमान किया। अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उस पर भी टिप्पणी करना शुरू कर दिया है। वायनाड से हार जाएंगे तो वहां की भी आलोचना शुरू कर देंगे। राहुल गांधी अगर यह समझते हैं कि लोगों का अपमान करना उनका अधिकार है तो पीड़ित लोगों को भी अदालत जाने और कानून को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है। उनमें अहंकार का भाव है, वे होम वर्क नहीं करते, जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के पास चले जाते हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि अभी कांग्रेस की ओर से प्रायोजित टिप्पणियां आ सकती हैं कि इतना हार्श पनिशमेंट कोर्ट ने क्यों दिया? तो, हमारा जवाब है कि इतना हार्श ऑफेंस राहुल गांधी ने क्यों किया? कांग्रेस अदालत का भी अपमान कर रही है। ओबीसी का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है। कांग्रेस के सड़क पर उतरने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइए न सड़क पर, भाजपा सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, क्योंकि देश की जनता का आशीर्वाद मोदी सरकार के साथ है। वायनाड में चुनाव कब होगा, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग तय करेगा।