गुवाहाटी, 30 मई (आईएएनएस)। दिल्ली से फॉरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम मंगलवार को जिले के जालुकबाड़ी इलाके में उस दुर्घटनास्थल पर पहुंची, जहां असम इंजीनियरिंग कॉलेज (एईसी) के सात छात्रों की मौत हो गई थी।
पुलिस के अनुसार, टीम टक्कर मारने वाले दोनों वाहनों की बारीकी से जांच कर रही है और सबूत जुटा रही है, इस दुर्घटना में 7 छात्रों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए।
इस बीच, असम इंजीनियरिंग कॉलेज प्राधिकरण ने दुर्घटना की जांच के लिए 10 सदस्यीय समिति का गठन किया है। छात्र कॉलेज के हॉस्टल संख्या 7 में रहते थे।
सोमवार की सुबह हुई इस घटना के बाद हॉस्टल के वार्डन को निलंबित कर दिया गया। मृतक छात्रों के परिजनों ने सड़क दुर्घटना के लिए अधिकारियों को दोषी ठहराया और सवाल किया कि छात्र एक घंटे में हॉस्टल कैसे छोड़ सकते हैं।
राज्य के शिक्षा मंत्री रानोज पेगू ने कहा कि असम उच्च शिक्षा विभाग ने तकनीकी शिक्षा निदेशक और कॉलेज के प्राचार्य से उन परिस्थितियों पर रिपोर्ट मांगी है, जिसके कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा है कि विभाग संस्थान परिसरों में लागू किए जाने वाले नियमों पर काम कर रहा है।
गौरतलब है कि दुर्घटना सोमवार की सुबह लगभग 2 बजे हुई जब इंजीनियरिंग कॉलेज के दस छात्रों को ले जा रही एक एसयूवी ने नियंत्रण खो दिया। इस जौरान रोड पर एक डिवाइडर को पार करके सामने से आ रही एक पिकअप वैन से टकरा गई।
हादसा शहर के जालुकबाड़ी फ्लाईओवर रोड पर हुआ। इस हाजसे में सात लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। जबकि अन्य घायलों को गंभीर हालत में जीएमसीएच में भर्ती कराया गया।
–आईएएनएस
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