सैन फ्रांसिस्को, 17 सितंबर (आईएएनएस)। गूगल वॉयस ने एक नया फीचर पेश किया है, जो ‘सस्पेक्टेड स्पैम कॉलर वार्निंग्स’ के समान है, लेकिन इस बार एसएमएस मैसेज के लिए।
एंड्रॉइड और आईओएस दोनों डिवाइसों पर, यूजर्स को अब प्रोफाइल अवतार स्पॉट में दिखाई देने वाले रेड एक्सक्लेमेशन साइन के साथ ‘सस्पेक्टेड स्पैम मैसेज’ के बारे में अलर्ट किया जाएगा। मैसेज प्रीव्यू में आसान आईडेंटिफिकेशन के लिए मैचिंद कलर में ‘सस्पेक्टेड स्पैम’ फ्रेज भी शामिल होगा।
गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, “यदि आप गूगल वॉयस का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप हमारे ‘सस्पेक्टेड स्पैम कॉलर वार्निंग्स’ से परिचित होंगे। हम इस फीचर को एंड्रॉइड और आईओएस डिवाइस पर एसएमएस मैसेज तक बढ़ा रहे हैं।”
यूजर्स को मैसेज के भीतर ये लेबल दिखाई देंगे और वे किसी ‘सस्पेक्टेड स्पैम मैसेज’ की पुष्टि कर सकते हैं, जिसके कारण उस नंबर से भविष्य में आने वाले मैसेज सीधे स्पैम फोल्डर में चले जाते हैं या लेबल किए गए मैसेज को ‘नॉट स्पैम’ के रूप में चिह्नित कर सकते हैं, जिसके बाद उस नंबर के लिए संदिग्ध स्पैम लेबल फिर कभी प्रदर्शित नहीं होगा।
ये स्पैम टेक्स्ट प्रोटेक्शन फ्री और पेड गूगल वॉयस अकाउंट्स (स्टार्टर, स्टैंडर्ड और प्रीमियर) दोनों के लिए उपलब्ध होगी। कंपनी के अनुसार, इसे फिलहाल लॉन्च किया जा रहा है और आने वाले हफ्तों में यह व्यापक रूप से उपलब्ध होगा।
इस बीच, गूगल ने बीटा यूजर्स के लिए जीबोर्ड में एक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई)-संचालित “प्रूफरीड” फीचर शुरू कर दिया है।
9टू5 गूगल की रिपोर्ट के अनुसार, जीबोर्ड वर्जन 13.4 के साथ कीबोर्ड के टूलबार में “प्रूफरीड” ऑप्शन दिखाई देता है, जो वर्तमान में एंड्रॉइड पर बीटा में है, जो यूजर्स को स्पेलिंग या ग्रामर एरर के लिए अपने टेक्स्ट की जांच करने की अनुमति देता है, यह सब जेनरेटिव एआई द्वारा संचालित होता है।
यह फीचर हमारे पिक्सेल फोल्ड पर गूगल के सामान्य जेनरेटिव एआई प्रतीक के साथ “फिक्स्ड इट” प्रांप्ट के रूप में दिखाई दी। फिर एक पॉप-अप बताता है कि प्रूफरीडिंग कैसे काम करती है, अगर आप फीचर इनेबल करते हैं तो टेक्स्ट प्रोसेसिंग के लिए गूगल को भेजा जाएगा।
–आईएएनएस
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