deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

गेमिंग ऐप घोटाला : ईडी ने कोलकाता में की छापेमारी

by
August 6, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

READ ALSO

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री

एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 6 अगस्त (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में करोड़ों रुपये के गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।

ईडी टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। ईडी अधिकारियों की टीम सुबह कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर में एक आवासीय परिसर पहुंची। परिसर के भीतर एक इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय-सह-आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया।

हालांकि, ईडी अधिकारी गेमिंग ऐप के संबंध में छापेमारी और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन डिटेल साझा नहीं की है। सूत्रों ने बताया कि मामले में कुल घोटाला 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।

सूत्रों के अनुसार, निवेशकों द्वारा जिन लोगों को इस ऐप के माध्यम से ठगा गया था, उन्होंने अपना पैसा इस ऐप में निवेश किया था। इस पैसे को पहले अमेरिकी डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर स्थित यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध पैसों के लेनदेन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करता था।

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता के अलावा, गेमिंग ऐप के ऑपरेटरों के पूरे देश के अन्य शहरों और कस्बों में भी परिचालन केंद्र हैं। घोटाले की कार्यप्रणाली कई अन्य गेमिंग ऐप्स की तरह थी, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है।

शुरुआत में निवेशकों को मोटी रकम का लालच देकर छोटी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। शुरुआत में वादे पूरे किए जाते थे और निवेशक आकर्षक रकम जीत जाते थे। जब निवेशकों के एक वर्ग के मन में और भी अधिक रिटर्न का लालच पैदा हो जाता था, तो उसके बाद ऐप संचालक उन्हें ज्यादा रुपये निवेश करने के लिए लुभाते थे।

इसके बाद, वास्तविक घोटाला शुरू हुआ, जहां निवेशकों के लिंक्ड बैंक खातों में भुगतान जमा होने से रोक दिया गया।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

Related Posts

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री
ताज़ा समाचार

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

भारत को अपनी सरहदें इतनी मजबूत करनी चाहिए कि भविष्य में पहलगाम जैसी घटना न हो : राशिद अल्वी

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

राजस्थान : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, नागरिकों की सुरक्षा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

युद्धविराम के उल्लंघन पर नेताओं ने पाकिस्तान को लताड़ा

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

संदीप दीक्षित ने सीजफायर को लेकर विदेशी ताकत के हस्तक्षेप पर उठाए सवाल

May 11, 2025
Next Post

मध्य पूर्व में जारी संकट के बीच डब्लूएचओ ने 32 टन स्वास्थ्य सामग्री लेबनान भेजी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

बिग बॉस 16 के विजेता एमसी स्टेन रैप म्यूजिक से कैसे जुड़े?, रैपर ने किया खुलासा

बिग बॉस 16 के विजेता एमसी स्टेन रैप म्यूजिक से कैसे जुड़े?, रैपर ने किया खुलासा

March 18, 2023

ईरानी व ओमानी विदेश मंत्रियों ने गाजा संघर्ष पर की चर्चा

December 22, 2023

पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने यासीन मलिक की पत्‍नी को अहम पद दिया, जलील अब्बास जिलानी को बनाया विदेश मंत्री 

August 17, 2023
संबित पात्रा ने सीएम बंगले को लेकर केजरीवाल पर साधा निशाना, बोले- शहंशाह आलम व जहांपनाह तक भी इससे रहे होंगे महरूम

संबित पात्रा ने सीएम बंगले को लेकर केजरीवाल पर साधा निशाना, बोले- शहंशाह आलम व जहांपनाह तक भी इससे रहे होंगे महरूम

October 21, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080876
Total views : 5870344
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In