मुजफ्फरपुर, 19 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना में एक सामूहिक दुष्कर्म की घटना के पांच महीने बाद मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
दरअसल, आरोप है कि मामला पहले पंचायत में ले जाया गया और पीड़िता के परिजनों को थाना जाने से भी रोका गया। अब जब थाने में मामला पहुंचा तब पुलिस जांच में जुट गई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि अहियापुर थाना में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि मां के सामने एक स्कूली छात्रा के साथ दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
बताया जाता है कि पिछले साल 20 अगस्त को पीड़िता अपनी मां के साथ सब्जी लेकर घर लौट रही थी, तभी आरोपियों ने चाकू दिखाकर दोनों को लीची के बगीचे में ले गए, जहां मां को लीची के पेड़ से बांध दिया और बेटी के साथ दुष्कर्म किया।
आरोप है कि घटना के बाद आरोपियों ने गांव में पंचायत करने की बात कर पीड़िता को थाना जाने से रोक दिया। यह धमकी भी दी गई कि अगर थाने में शिकायत की तो पूरे परिवार को गांव से निकाल दिया जायेगा।
अहियापुर के थाना प्रभारी रोहन कुमार ने बताया कि पीड़िता के बयान पर सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत करने वालों को भी आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
–आईएएनएस
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