नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) का कायापलट फास्ट ट्रैक मोड पर किया जाना चाहिए ताकि संगठन देश के लोगों, गरीबों और किसानों की मदद करना जारी रख सके।
मंत्री ने शनिवार को एफसीआई के 59वें स्थापना दिवस के अवसर पर उद्घाटन भाषण देते हुए यह बात कही। गोयल ने अपने भाषण में खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव को हर सप्ताह एफसीआई और केंद्रीय भंडारण निगम के परिवर्तन की निगरानी करने और उन्हें पाक्षिक आधार पर स्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि परिवर्तन प्रक्रिया में सहयोग नहीं करने वाले या देरी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। एफसीआई में भ्रष्टाचार के कथित मामलों के खिलाफ चल रही जांच के बारे में गोयल ने कहा कि यह संगठन के लिए एक वेक-अप कॉल है और आश्वासन दिया कि भ्रष्ट आचरण में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि एफसीआई भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस के सिद्धांत का पालन करेगा। गोयल ने सचिव को तंत्र को संस्थागत बनाने का निर्देश दिया, जिसमें मुखबिरों को पुरस्कृत किया जा सके। उन्होंने एफसीआई के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए कहा।
मंत्री ने एफसीआई द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य आपूर्ति श्रृंखला प्रणाली, विशेष रूप से महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत खाद्यान्न की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के तरीके की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद, देश में कोई भी भूखा नहीं सोया, भारत ने खाद्य सुरक्षा, आर्थिक परि²श्य को मजबूत करने, मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और अन्य क्षेत्रों में वैश्विक उदाहरण स्थापित किया है।
मंत्री ने उल्लेख किया कि चावल खरीद के आंकड़े अच्छे हैं और उन्हें आने वाले सीजन में भी गेहूं की अच्छी खरीद की उम्मीद है। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे और उन्होंने एफसीआई के सीएमडी अशोक केके मीणा को भ्रष्टाचार को खत्म करने और लोगों को एक कुशल और पारदर्शी सेवा प्रदान करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
–आईएएनएस
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