पणजी, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण गोवा के संगुएम निर्वाचन क्षेत्र के रिवोना में एक स्थानीय पंचायत ने वहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के बनाने की परियोजना को रविवार को हरी झंडी दे दी। वहां आईआईटी बनाने के लिए भूमि चिह्नित की गई थी।
संगुएम विधायक और राज्य मंत्री सुभाष फलदेसाई ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि पंचायत ने आईआईटी परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है।
मंत्री ने कहा, “ग्राम सभा में लगभग 300 लोग उपस्थित थे, और उन सभी ने परियोजना का समर्थन किया। यह उन लोगों पर करारा तमाचा है जो आईआईटी परियोजना के बारे में झूठी बातें गढ़ रहे थे। मैं रिवोना पंचायत द्वारा लिए गए संकल्प से बहुत खुश हूं क्योंकि इससे स्थानीय लोगों और राज्य को शैक्षिक केंद्र बनने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।” उन्होंने कहा, लोगों के सभी संदेह दूर हो गए हैं।
उन्होंने कहा, “कुछ लोगों ने लोगों को समझाने की कोशिश की थी कि यह परियोजना समस्याएं पैदा करेगी, लेकिन स्थानीय लोग उनके झांसे में नहीं आए।”
अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में, दक्षिण गोवा कलेक्टर अश्विन चंद्रू ने इस संबंध में एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि “आईआईटी गोवा के स्थायी परिसर की स्थापना के लिए रिवोना गांव में भूमि की आवश्यकता है या होने की संभावना है”।
आईआईटी के लिए चिह्नित भूमि लगभग 10 लाख वर्ग मीटर है।
जुलाई 2016 में स्थापित आईआईटी गोवा परिसर अस्थायी रूप से पोंडा-दक्षिण जिले में गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज (जीईसी) में स्थित है।
गोवा को एजुकेशनल हब बनाने की दिशा में काम कर रही सरकार को इतने बड़े एजुकेशनल प्रोजेक्ट के लिए जमीन मुहैया कराने में भी आंदोलन का सामना करना पड़ा।
प्रारंभ में, दक्षिण गोवा के कैनाकोना में भूमि की पहचान की गई थी, जिसे विरोध के कारण रद्द कर दिया गया था।
बाद में, उत्तरी गोवा के शेल-मेलौली में भूमि की पहचान की गई, लेकिन प्रभावित लोगों ने यह कहते हुए आंदोलन किया कि इससे पर्यावरण नष्ट हो जाएगा।
जनता के दबाव के आगे झुकते हुए, शेल-मेलौली में परियोजना रद्द कर दी गई और बाद में परियोजना के लिए संगुएम के कोटारली में भूमि की पहचान की गई। लेकिन वहां भी स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई जिसके बाद सरकार ने रिवोना में एक नई जगह की पहचान की।
–आईएएनएस
एकेजे