पणजी, 13 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण गोवा के वेल्सो गांव के लोगों ने शुक्रवार को रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही गांव के लोगों ने दावा किया कि जिस जमीन पर कार्य किया जा रह है वह रेलवे की नहीं हमारी जमीन है। विरोध करने वाले ग्रामीणों ने कहा कि मोरमुगाओ के डिप्टी कलेक्टर ने शुक्रवार को संयुक्त निरीक्षण करने का वादा किया था, लेकिन वह साइट पर नहीं आए।
पूर्व विधायक अलीना सल्दान्हा ने कहा, इस बात के सबूत हैं कि यह निजी जमीन है और रेलकर्मी मालिकों से बात किए बिना अतिक्रमण कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया, क्या यह आज का नियम है कि लोगों को बिना बताए उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लिया जाता है? सल्दान्हा ने सवाल किया, क्या सरकार ने डबल ट्रैकिंग से लोगों के जीनव पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसका कोई अध्ययन किया है? कुछ भी नहीं किया गया है। हमारे साथ दोयम दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?
उसने कहा कि ऐसे मामले कहां हैं जहां एक ट्रैक घर के सामने और दूसरा घर के पीछे होता है। ऐसी स्थिति में ये लोग कैसे रहेंगे? क्या आप एक जिम्मेदार सरकार हैं। ओरविल रोड्रिग्स ने इलाके के स्थानीय लोगों का समर्थन करते हुए आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि डिप्टी कलेक्टर को जमीन के दस्तावेजों की जांच के लिए साइट पर आना चाहिए था, लेकिन वह नहीं आए।
उन्होंने कहा, स्थानीय लोगों के पास यह दावा करने के लिए सभी दस्तावेज हैं कि जमीन उनकी है। फिर भी रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम कर रहा है। डबल ट्रैकिंग के विरोध में एकत्र हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि वे अपनी संपत्ति के दस्तावेज दिखाने के लिए सरकारी कार्यालयों में नहीं जाएंगे क्योंकि वहां उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।
–आईएएनएस
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