पणजी, 25 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण जिला कलेक्टर के एक आदेश के वायरल होने के बाद गोवा सरकार की आलोचना हो रही है। आदेश में स्थायी कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1,000 रुपये का योगदान करने के लिए कहा गया है।
दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह चंदा है या जबरन वसूली।
सरदेसाई ने ट्वीट किया, योगदान या जबरन वसूली? क्या गोवा सरकार गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित करने के लिए पूरी तरह से दिवालिया हो गई है? डॉ. प्रमोद सावंत और उनके मंत्रिमंडल को सहारा देने के लिए किए गए मेगा आयोजनों ने खजाने को खाली कर दिया है, और अब सरकारी कार्यों को चंदे से करना पड़ता है!
नाम न छापने की शर्त पर दक्षिण गोवा कलेक्ट्रेट के एक कर्मचारी ने बताया कि उनके विभाग को मंगलवार शाम तक आदेश नहीं मिला था, हालांकि यह बुधवार को प्राप्त हो सकता है।
उन्होंने कहा, यह चौंकाने वाला है,
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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पणजी, 25 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण जिला कलेक्टर के एक आदेश के वायरल होने के बाद गोवा सरकार की आलोचना हो रही है। आदेश में स्थायी कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1,000 रुपये का योगदान करने के लिए कहा गया है।
दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह चंदा है या जबरन वसूली।
सरदेसाई ने ट्वीट किया, योगदान या जबरन वसूली? क्या गोवा सरकार गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित करने के लिए पूरी तरह से दिवालिया हो गई है? डॉ. प्रमोद सावंत और उनके मंत्रिमंडल को सहारा देने के लिए किए गए मेगा आयोजनों ने खजाने को खाली कर दिया है, और अब सरकारी कार्यों को चंदे से करना पड़ता है!
नाम न छापने की शर्त पर दक्षिण गोवा कलेक्ट्रेट के एक कर्मचारी ने बताया कि उनके विभाग को मंगलवार शाम तक आदेश नहीं मिला था, हालांकि यह बुधवार को प्राप्त हो सकता है।
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दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह चंदा है या जबरन वसूली।
सरदेसाई ने ट्वीट किया, योगदान या जबरन वसूली? क्या गोवा सरकार गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित करने के लिए पूरी तरह से दिवालिया हो गई है? डॉ. प्रमोद सावंत और उनके मंत्रिमंडल को सहारा देने के लिए किए गए मेगा आयोजनों ने खजाने को खाली कर दिया है, और अब सरकारी कार्यों को चंदे से करना पड़ता है!
नाम न छापने की शर्त पर दक्षिण गोवा कलेक्ट्रेट के एक कर्मचारी ने बताया कि उनके विभाग को मंगलवार शाम तक आदेश नहीं मिला था, हालांकि यह बुधवार को प्राप्त हो सकता है।
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दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
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सरदेसाई ने ट्वीट किया, योगदान या जबरन वसूली? क्या गोवा सरकार गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित करने के लिए पूरी तरह से दिवालिया हो गई है? डॉ. प्रमोद सावंत और उनके मंत्रिमंडल को सहारा देने के लिए किए गए मेगा आयोजनों ने खजाने को खाली कर दिया है, और अब सरकारी कार्यों को चंदे से करना पड़ता है!
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दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
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पणजी, 25 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण जिला कलेक्टर के एक आदेश के वायरल होने के बाद गोवा सरकार की आलोचना हो रही है। आदेश में स्थायी कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1,000 रुपये का योगदान करने के लिए कहा गया है।
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पणजी, 25 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण जिला कलेक्टर के एक आदेश के वायरल होने के बाद गोवा सरकार की आलोचना हो रही है। आदेश में स्थायी कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1,000 रुपये का योगदान करने के लिए कहा गया है।
दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह चंदा है या जबरन वसूली।
सरदेसाई ने ट्वीट किया, योगदान या जबरन वसूली? क्या गोवा सरकार गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित करने के लिए पूरी तरह से दिवालिया हो गई है? डॉ. प्रमोद सावंत और उनके मंत्रिमंडल को सहारा देने के लिए किए गए मेगा आयोजनों ने खजाने को खाली कर दिया है, और अब सरकारी कार्यों को चंदे से करना पड़ता है!
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दक्षिण गोवा कलेक्टर के आदेश ने कहा, गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 26 जनवरी को मटान्ही सलदान्हा प्रशासनिक परिसर मैदान में दक्षिण गोवा के कलेक्ट्रेट द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए स्थायी कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा एक-एक हजार रुपये का योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
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