ग्रेटर नोएडा, 13 फरवरी (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) रविंद्र सिंह यादव पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप में केस दर्ज किया गया है। ये कार्रवाई शासन के आदेश पर हुई है। करीब चार साल तक चली जांच के बाद विजिलेंस के इंस्पेक्टर ने ओएसडी के खिलाफ इस मामले में मेरठ के विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
विजिलेंस की जांच में पुष्टि हुई है कि उन्होंने अपनी आय से 158.61 प्रतिशत अधिक धन का अर्जन किया है।
विजिलेंस द्वारा उनके 24 साल के कार्यकाल की जांच की गई। ओएसडी के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज हो जाने से प्राधिकरण के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है।
विजिलेंस के इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा की ओर से यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें कहा गया है कि शासन के आदेश पर 2 जनवरी 2019 को नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन विशेष कार्याधिकारी और वर्तमान में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे।
इनकी पूरी जांच करने के बाद शासन को विजिलेंस ने रिपोर्ट भेजी थी और शासन से अनुमति मिलने के बाद यह मुकदमा दर्ज हुआ। इसमें आरोप है कि जांच की निर्धारित अवधि में उन्हें कुल 94 लाख 49 हजार 888 की आय हुई, जबकि ओएसडी द्वारा 2 करोड़ 44 लाख 38 हजार 547 रुपए का व्यय किया गया।
उन्होंने अपनी आय से 1 करोड़ 49 लाख 88 हजार 659 यानी 158.61 प्रतिशत अधिक व्यय किया था। विजिलेंस के अनुसार इस संबंध में रविंद्र ने जांच अधिकारी को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वह अपनी अतिरिक्त आय का कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं करा सके।
–आईएएनएस
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