ग्रेटर नोएडा, 17 अगस्त (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा के थाना जेवर पुलिस ने एक महिला के गुमशुदगी मामले में एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया। इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने महिला का गर्भपात किया और इसी दौरान उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद इन लोगों ने शव को जंगल में फेंक दिया।
विधवा महिला के बेटे ने पुलिस में अपनी मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस के अनुसार, 15 अगस्त को थाना जेवर में बेटे ने अपनी मां मुबीना (38) की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि 6 अगस्त से ही मुबीना घर से गायब है। पुलिस ने जांच के दौरान गुमशुदा के मोबाइल नम्बर का खंगाला, तो पता चला कि उसके पड़ोसी जमशेद से उसकी काफी बात होती थी। महिला का जमशेद के साथ प्रेम संबंध था।
पुलिस ने जमशेद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला की मुबीना गर्भवती थी। उसका गर्भपात कराने के लिए जमशेद अपने मित्र सद्दाम के साथ उसे छह अगस्त को डिबाई ले गया था। वहां सद्दाम ने अपने मित्र मोनू और मोनू की भाभी गुड्डी देवी के सहयोग से डिबाई स्थित झोलाछाप डाक्टर और उसके स्टाफ मनोज और मिथलेश देवी और राज बहादुर की मदद से मुबीना का गर्भपात करवाया। इस दौरान उसकी मौत हो गई।
महिला के शव को जमशेद ने अपने सहयोगियों सद्दाम, मोनू और गुड्डी देवी की मदद से सात अगस्त को अनूपशहर के जंगल में नाले की झाड़ियों में छिपा दिया गया था। पुलिस ने आरोपी जमशेद की निशानदेही पर शव के अवशेषों को बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने जनपद बुलंदशहर के अनूपशहर थाने को सूचना दी। पुलिस ने मृतका के शव का पंचायतनामा कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बुलंदशहर फोरेंसिक टीम मौके से साक्ष्य जुटा रही है। थाना जेवर पुलिस ने महिला का गर्भपात करने वाले झोलाछाप डॉक्टर मनोज, मिथलेश देवी और राज बहादुर के साथ मुख्य आरोपी जमशेद को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में शामिल सद्दाम, मोनू, गुड्डी देवी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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