सैन फ्रांसिस्को, 16 फरवरी (आईएएनएस)। ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म केपीएमजी अपने 2 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। इससे अमेरिका में करीब 700 कर्मचारी प्रभावित होंगे।
द फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, केपीएमजी वैश्विक व्यापक आर्थिक परिस्थितियों के बीच कर्मचारियों की छंटनी करने वाली चार बड़ी अकाउंटेंसी फर्मों में से पहले नंबर पर आ गई है।
केपीएमजी के यूएस एडवाइजरी बिजनेस के वाइस-चेयरमैन कार्ल कारांडे के अनुसार, बाजार में वर्तमान और प्रत्याशित मांग के साथ अपने कार्यबल को बेहतर ढंग से संरेखित करने की आवश्यकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, अन्य चार बड़ी फर्मों (ईवाई, डेलॉइट और पीडब्ल्यूसी) की तरह, केपीएमजी भी विलय और अधिग्रहण गतिविधि में गिरावट से जूझ रही है, जिसने इसके सौदे सलाहकार व्यवसाय को प्रभावित किया है।
कारांडे ने एक आंतरिक ज्ञापन में लिखा, हमारे पास मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए जरूरत से ज्यादा लोग हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, कटौती पूरे अमेरिका और परामर्श व्यवसाय में फैली हुई है, लेकिन इसमें कोई भागीदार शामिल नहीं है।
आईटी कंसल्टिंग और डील एडवाइजरी वर्क की मांग बढ़ने के कारण बिग फोर फाइनेंशियल अकाउंटिंग फर्मों ने महामारी के मद्देनजर हायरिंग की होड़ में चली गई।
पिछले महीने, वैश्विक निवेश फर्म गोल्डमैन सैक्स ने 3,000 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया।
वैश्विक वित्तीय सेवाओं में छंटनी ने भारतीय कर्मचारियों को कड़ी टक्कर दी और कुछ प्रभावित आईआईटी और आईआईएम ग्रेजुएट ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी दुर्दशा साझा की।
–आईएएनएस
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