जबलपुर. आगरा के ताजगंज के मारुति सिटी रोड पर नवविकसित कॉलोनी के प्लॉट में नकली देसी घी तैयार कर कई राज्यों में आपूर्ति करने वाली फैक्ट्री के मालिक आरोपी मैना वाली गली, पुराना हाईकोर्ट, ग्वालियर निवासी पंकज अग्रवाल, नीरज अग्रवाल व बृजेश अग्रवाल निकले जिन्हें प्रकरण में आरोपी बनाया गया हैं. विश्वस्त पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों द्वारा अन्य राज्यों के साथ मध्य प्रदेश में भी इस नकली घी की आपूर्ति की जा रही थी.
प्रदेश के किन जिलों में किन सप्लायरों के माध्यम से इस नकली घी की आपूर्ति की जा रही थी इसका खुलासा तो आने वाले समय में इन आरोपियों की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद होगा लेकिन इस खबर के बाद दिल्ली के साथ ही राजस्थान, हरियाणा, यूपी, बिहार, के साथ प्रदेश के घी का सामान्य तौर पर उपयोग करने वाले जहां सकते में हैं वहीं जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य महानगरों में अग्रवाल बन्धुओं से कम कीमत पर घी लेने वाले व्यापारियों के पैरों तले जमीन सरक गई हैं.
सूत्रों की मानें तो कुछ तो भूमिगत भी हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार पुलिस और एसओजी की टीम ने जब छापा मारा तो फैक्ट्री में अमूल, मधुसूदन, पतंजलि सहित 18 मशहूर ब्रांडों के नाम की पैकिंग में नकली देसी घी जब्त किया है. इसमें रिफाइंड व अन्य केमिकल की मिलावट की जा रही थी. फैक्टरी के मैनेजर सहित पांच लोग गिरफ्तार किए हैं.
7 राज्यों के 19 जिलों में आपूर्ति
आगरा के शमसाबाद मार्ग से सटे मारुति सिटी रोड पर पकड़ी गई फैक्टरी से नकली घी की सप्लाई 7 राज्यों के 19 जिलों में हो रही थी. प्रतिदिन 50 किलोग्राम से एक क्विंटल तक घी तैयार किया जाता था. नकली घी बनाने में एक्सपायरी डेट के घी का प्रयोग भी किया जाता था. यह बात गिरफ्तार फैक्टरी मैनेजर से पूछताछ में सामने आई है.
उसके व्हाट्स एप्प से भी सप्लायरों के बारे में पता चला है. पुलिस अब सप्लायरों के साथ मालिक की तलाश में लगी है. नकली और अपमिश्रित घी को ब्रांडेड कंपनियों की पैकिंग में पैक करके बाजार में बेचा जाता था. पुलिस ने करोड़ों का माल जब्त किया था.
मामले में धोखाधड़ी और भारतीय खाद्य मानक सुरक्षा अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया. शुक्रवार को मैनेजर राजेश भारद्वाज, टेक्नीशियन शिव चरण, भास्कर गौतम, रवि मांझी (ग्वालियर) और धर्मेंद्र सिंह (सागर) को जेल भेजा है. पुलिस ने बताया कि राजेश ने पूछताछ में बताया कि फैक्टरी के मालिक मैना वाली गली, पुराना हाईकोर्ट, ग्वालियर निवासी पंकज अग्रवाल, नीरज अग्रवाल व बृजेश अग्रवाल हैं.
पुलिस ने तीनों मालिकों को भी मुकदमे में आरोपी बनाया है. फैक्टरी मालिक का मध्य प्रदेश में घी का बड़ा कारोबार है. उन्होंने रियल गोल्ड नाम से देसी घी का पंजीकरण करा रखा है. अपने प्रोडक्ट की आड़ में दूसरी कंपनियों के नाम से नकली घी बाजार में बेच रहे थे.
मप्र में किस किस जिले में हैं सप्लायर
नकली घी बनाने के माहिर अग्रवाल बंधुओं का समूचे प्रदेश मेंं घी का बड़ा कारोबार होने के संकेत मिलने के बाद पुलिस जहां उनके सप्लायरों की कुंडली तलाश रही हैं वहीं शहर के साथ समूचे संभाग और प्रदेश में कुछ बड़े सप्लायरों के अचानक भूमिगत होने के बाद जांच एंजेसी का संदेह और भी बढ़ गया हैं. सूत्रों की मानें तो अग्रवाल बंधुओं द्वारा लगभग आधी कीमत पर नकली घी की आपूर्ति की जाती थी जो एमआरपी से कुछ कम कीमत पर बेच कर सप्लायर और सप्लायरों से जुड़े व्यापारी तगड़ा मुनाफा कमा रहे थे.