रांची, 12 नवंबर (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के झारखंड विधानसभा चुनाव सह-प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को रांची जिले की खिजरी विधानसभा सीट के लिए आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 23 नवंबर को एनडीए की सरकार बनेगी। इसके बाद एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर झारखंड से बाहर निकाला जाएगा।
सरमा ने कहा कि इस बार झारखंड का चुनाव हमारे देश और समाज के लिए महत्वपूर्ण है। झारखंड चुनाव की चर्चा पूरे देश में हो रही है, क्योंकि यहां घुसपैठ का मुद्दा सबसे बड़ा है। आज रांची में ईडी ने कई जगहों पर रेड की, इस दौरान घुसपैठियों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए। साहिबगंज और पाकुड़ जैसे जिलों में लगातार घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आज साहिबगंज जिले में मुस्लिमों की संख्या 35 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
उन्होंने हेमंत सरकार से सवाल करते हुए कहा कि अगर एक समुदाय के लिए स्कूल शुक्रवार को बंद हो सकता है, तो हिंदुओं के लिए मंगलवार को क्यों नहीं हो सकता? इस सरकार के मालिक आलमगीर आलम जैसे लोग हैं, इसलिए शुक्रवार को स्कूलों को बंद किया जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर मुहर्रम का जुलूस निकाल सकते हैं, तो राम नवमी का क्यों नहीं निकाल सकते। हेमंत सरकार हमारे समाज को बांटने का काम कर रही है। हेमंत सरकार ने पहले युवाओं के लिए 5 लाख नौकरी का वादा किया था, लेकिन अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। युवाओं को 5 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, लेकिन पूरा नहीं किया। प्रदेश के लोगों को शादी में सोने का सिक्का और 51 हजार रुपए देने का वादा किया था, लेकिन वो सोना आलमगीर आलम के घर भेजा गया। जिसके बाद ईडी ने जब छापेमारी की तो, करोड़ों में नोटों के पहाड़ बरामद हुए।
उन्होंने आगे कहा कि रोजगार देने के नाम पर पेपर लीक किए गए, उन पेपर को लाखों में बेचा गया और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया। भाजपा का वादा है कि प्रदेश में 2 लाख 87 हजार पद खाली पड़े हैं, उन्हें भरा जाएगा। गरीबों के बच्चों को बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी देने का काम करेंगे।
–आईएएनएस
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