चंडीगढ़, 18 जनवरी (आईएएनएस)। चंडीगढ़ नगर निगम मेयर का चुनाव गुरुवार को स्थगित कर दिया गया, क्योंकि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह अस्वस्थ हैं। दोपहर में प्रशासन ने मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए छह फरवरी को चुनाव कराने की घोषणा की।
एक बयान में कहा गया, “यह निर्णय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति के गहन मूल्यांकन के बाद लिया गया है।”
इससे पहले गुरुवार को पार्षदों को मिले एक संदेश में कहा गया, ”सूचित किया गया है कि अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य के संबंध में एक टेलीफोन संदेश प्राप्त हुआ है, जिन्हें 18 जनवरी को मेयर पद के लिए होने वाली बैठक के लिए पीठासीन प्राधिकारी के रूप में नामित किया गया है। यू/60 (ए) चंडीगढ़ नगर निगम (प्रक्रिया और व्यवसाय संचालन) विनियम, 1996 के विनियम 6(1) के साथ पढ़ें। उपरोक्त के मद्देनजर अनुरोध है कि अगले आदेश प्राप्त होने तक एमसी कार्यालय न पहुंचें।”
आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस पार्षदों ने अंतिम समय में चुनाव स्थगित करने पर अपना विरोध दर्ज कराया, जिसके बाद जोरदार ड्रामा देखने को मिला।
चुनाव रद्द होने के बाद कांग्रेस और आप दोनों ने भाजपा पर निशाना साधा है।
दोनों पार्टियां 2024 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहे चुनाव में इंडिया गठबंधन के हिस्से के रूप में आपसी तालमेल दिखाते हुए मैदान में हैं।
कांग्रेस नेता पवन बंसल ने मीडिया को बताया, “मुझे सूचित किया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्षदों को चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, क्योंकि पीठासीन अधिकारी की तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे (भाजपा) चुनाव रोकना चाहते हैं… हम आगे बढ़ेंगे, उच्च न्यायालय जाएंगे।“
उन्होंने कहा, “सभी की निगाहें चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर थीं, क्योंकि यह पंजाब प्रभारी आप सांसद राघव चड्ढा की पहली परीक्षा होगी। यह स्पष्ट है कि इंडिया गठबंधन इस चुनाव में जीत रहा है और भाजपा हार रही है। भाजपा इंडिया गठबंधन से डर गई है।”
उन्होंने कहा कि यदि कोई पीठासीन अधिकारी बीमार पड़ गया है तो चुनाव कराने के लिए दूसरे पीठासीन अधिकारी को नियुक्त किया जा सकता है।
बंसल ने कहा, “हमारे पास एमसी कार्यालय जाने के लिए वैध पास थे, मगर सूचित किया गया कि प्रवेश बंद कर दिया गया है, क्योंकि पीठासीन अधिकारी अचानक बीमार पड़ गए हैं।“
राज्यसभा सदस्य ने कहा, “वह वास्तव में बीमार नहीं हैं। यह भाजपा की रणनीति है और इससे पता चलता है कि भाजपा लोकतंत्र को खत्म करने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव न कराने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकती है।”
गठबंधन के मुताबिक, आप मेयर की सीट के लिए, जबकि कांग्रेस सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव लड़ेगी।
गुप्त मतदान के लिए बैठक सुबह 11 बजे नगर निगम के सभा कक्ष में होनी थी।
35 सदस्यीय चंडीगढ़ नगर निगम में भाजपा के 14, आप के 13 और कांग्रेस के सात पार्षद हैं।
सदन में शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद है।
उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने पार्षद मसीह को पीठासीन प्राधिकारी के रूप में नामित किया था और वह स्थापित नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए मेयर के चुनाव के लिए 6 फरवरी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
–आईएएनएस
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