शहडोल, देशबन्धु. भारतीय जनता पार्टी संगठन चुनाव के तहत बीते 15 दिसम्बर को जिले के 19 में से 16 मंडल अध्यक्षों के नाम की घोषणा हुई थी. इसके बाद से ही धनपुरी, बकहो व गोहपारु समेत कुछ अन्य मंडलों में नए मंडल अध्यक्ष के चयन को लेकर भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं का विरोध उठना शुरू हो गया था. पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं द्वारा आरोप लगाया जा रहा था कि उक्त मंडल अध्यक्षों का चयन पार्टी गाइड लाइन से हट कर किया गया है.
इसका प्रमाण भी प्रदेश के चुनाव अधिकारी व अपील समिति के पदाधिकारियों के समक्ष रखें गए थे. जिस पर विचार मंथन के बाद यह बात सामने आई कि कुछ मंडलों के मंडल अध्यक्षों के चयन में खामियाँ हुई है. जिसे सुधारते हुए अब जिले के धनपुरी एवं गोहपारु मंडल अध्यक्ष के निर्वाचन प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया है. इस आशय की सूचना सबंधित जिला भाजपा कार्यालय को भेज दी गयी है.
उल्लेखनीय है कि भोला पनिका ने नगरीय निकाय धनपुरी चुनाव 2022 के चुनाव मे वार्ड क्रमांक 12 से पार्षद पद के लिए घोषित भाजपा प्रत्यासी रोशन पनिका के विरोध में चुनाव लड़ा था. जिस कारण वर्ष 2022 में उन्हें पार्टी से छः वर्ष के लिए निष्काषित कर दिया गया था. भोला पनिका के निर्दलीय चुनाव लड़ने की वजह से भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत वार्ड नम्बर 12 धनपुरी से पार्षद प्रत्यासी रोशन पनिका को हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन बीते 15 दिसम्बर को भाजपा मंडल अध्यक्षों की सूची में धनपुरी मंडल अध्यक्ष भोला पनिका को घोषित किया गया जिसके बाद पार्टी के अंदर विरोध शुरू होना शुरू हो गया.
इसी तरह गोहपारु में रामनारायण मिश्रा को मंडल अध्यक्ष की कमान सौंपी गयी थी, उनका भी पार्टी के अंदर जमकर विरोध हो रहा था. श्री मिश्रा के चयन को लेकर भी पार्टी कार्यकर्ताओं के अंदर आक्रोश था. इसका विरोध जिला स्तर से लेकर भोपाल तक जाकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्त्व तक किया गया. इस विरोध को सही मानते हुए अपील समिति द्वारा सारे तथ्यों को ध्यान में रखकर गोहपारू के मंडल अध्यक्ष निर्वाचन को भी निरस्त कर दिया है.
सूत्रों के अनुसार अब जिलाध्यक्ष के चयन उपरान्त इन मंडलों में नए मंडल अध्यक्ष का चयन विधिवत पार्टी गाइड लाइन के अनुसार किए जाने की संभावना है.