बेंगलुरु, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के भाई और कांग्रेस के पूर्व सांसद डी.के. सुरेश ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने अपने बेटे निखिल के लिए चन्नपटना विधानसभा सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए शतरंज जैसी रणनीति बनाई है।
चन्नपटना विधानसभा सीट पर नवंबर में उपचुनाव होना है। एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सुरेश ने कुमारस्वामी के इस दावे का खंडन किया कि कांग्रेस पार्टी ने निखिल को टिकट देने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने कहा, “40 साल के अनुभव वाले अनुभवी राजनेता कुमारस्वामी ने हमेशा अपनी रणनीतियों के साथ काम किया है। यह तो बस उसी की एक अगली कड़ी है। चन्नापटना में यह कोई रहस्य नहीं है कि निखिल कुमारस्वामी उम्मीदवार होंगे। कुमारस्वामी पार्टी का नेतृत्व करते हैं और सभी निर्णय लेते हैं। यह विचार गलत है कि निखिल को चुनाव लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।”
एक उम्मीदवार के रूप में निखिल की ताकत के बारे में सुरेश ने कहा कि “चुनाव तो होते ही रहेंगे” और इससे कुमारस्वामी का अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति स्नेह पता चलता है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस हर एक वोट को सुरक्षित करने के लिए काम कर रही है। यह किसी व्यक्ति विशेष की बात नहीं है बल्कि पार्टी की जीत की हमारी प्रतिबद्धता है।”
पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा भी एक सप्ताह से चन्नपटना में प्रचार कर रहे हैं। हालांकि, सुरेश ने कहा कि वह किसी को भी प्रचार करने से नहीं रोक सकते।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें उम्मीदवार न बनाए जाने से निराशा हुई और क्या कोई आंतरिक असंतोष था तो सुरेश ने जवाब दिया कि, “सिर्फ मामूली निराशा है कोई वास्तविक असंतोष नहीं है। मैंने हमेशा कहा है कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।”
चन्नपटना के भाजपा या जेडीएस नेताओं के कांग्रेस के संपर्क में होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह चुनावी रणनीति का हिस्सा है। हम इसका खुलासा नहीं कर सकते। कई लोग पहले ही हमारे साथ जुड़ चुके हैं और हम उन लोगों को स्वीकार करेंगे जो हमारी पार्टी के सिद्धांतों से जुड़े हैं। मुझे जीत का भरोसा है, लेकिन मीडिया को तटस्थ भूमिका निभानी चाहिए।
–आईएएनएस
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