जबलपुर. चाइनीज मांझे प्रदेश भर में कहर बरपा रहा हैं अन्य जिलों में जहां युद्ध स्तर पर कार्रवाईयां जारी हैं वहीं जिले चाइनीज मांझे के प्रति न तो प्रशासन गंभीर नजर आ रहा हैं न हीं पुलिस विभाग में इसके खिलाफ कार्रवाई करने में रुचि दिखाई दे रही हैं. जिसके चलते महज 3-4 कार्रवाईयां कर जहां पुलिस विभाग ने रस्म अदायगी कर दी हैं वहीं प्रशासन में भी इस पर रोक लगाने कोई खास दिलचस्पी नहीं नजर आ रही हैं.
जबकि जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ अन्य हॉस्पिटलों में चिकित्सीय सूत्रों के मुताबिक करीब 25 ऐसे प्रकरण सामने आ चुके हैं जिनमें चाइनीज मांझे से लगी चोटों की वजह से लोग उपचार कराने आए. चिकित्सीय सूत्रों के मुताबिक उन्होंने संबंधित थानों को घटनाओं से अवगत भी कराया लेकिन कहीं भी एमएलसी (मुलाहिजा) रिपोर्ट नहीं बनाई गई.
उज्जैन में युवक का गला कटा, लगे 20 टांके
उज्जैन में चाईनीज मांझे ने हालहीं में ऐसा कहर बरपाया कि एक युवक उम्रभर इसकी चोट को भूल नहीं पाएगा. हवा में लहराते हुए आए चाइनीज मांझे ने एक युवक का गला इस तरह काटा कि युवक का जीवन बचाने 20 टांके लगाने पड़े, मांझे को पकडऩे से उसकी हथेली भी बुरी तरह से कट गई.
पीडि़त 21 वर्षीय मोहम्मद इरशाद फाजलपुरा में ही संचालित होने वाले रोशन दवाखाने पर कंपाउंडर का काम करता है. वह अपने साथी के साथ बाइक पर जा रहा था. इस दौरान मांझे से उसका गला कट गया. इस मांझे से उज्जैन में अब तक 15 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं.
पतंग निकालते हुए करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलसी बालिका
उज्जैन की ही विवेकानंद कॉलोनी की झुग्गी बस्ती में रहने वाली एक 12 साल की बालिका आशा पिता देवीशंकर पतंग कटकर आने पर पास के मंदिर की छत पर चढ़ गई. उसने डोर पकड़कर बिजली के तारों में उलझी पतंग निकालने का प्रयास किया. लेकिन, इस दौरान उसे बिजली का झटका लग गया, जिससे वह बेहोश हो गई.
उसके साथ 2 बच्चे और मंदिर की छत पर चढ़े थे, जो डरकर अपनी झोपड़ी में आकर छुप गए. जानकारी लगने पर लोगों ने बालिका को मंदिर की छत से नीचे उतारा और फिर उपचार के लिए चरक भवन पहुंचाया. डॉक्टरों ने आशा के हाथ बुरी तरह झुलसने पर उसे बर्न वार्ड में भर्ती किया है.
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने लिया स्वत: संज्ञान
छत्तीसगढ़ के रायपुर में 7 वर्षीय मासूम की चाइनीज मांझे के कारण दर्दनाक मौत ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया. इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा है. यह हृदयविदारक घटना तब हुई जब रायपुर के एक मासूम का गला चाइनीज मांझे से कट गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
इस गंभीर मामले पर चीफ जस्टिस ने पूछा कि चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध के बावजूद यह बाजार में कैसे उपलब्ध है. हाईकोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव से शपथपत्र के माध्यम से इस मुद्दे पर जवाब देने का निर्देश दिया है. राज्य सरकार ने पहले ही चाइनीज मांझे के उपयोग और बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है. इसके बावजूद बाजार में इसकी उपलब्धता प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है. कोर्ट ने इस बात पर गहरी नाराजगी जताइ है कि सरकार के आदेशों का पालन सुनिश्चित क्यों नहीं हो रहा हैं.