चाईबासा, 3 मार्च (आईएएनएस)। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के दो गुटों के बीच आपसी टकराव में दो नक्सली मारे गए हैं।
पुलिस ने मारे गए दोनों नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। इनकी पहचान परवेल सांडी पूर्ति और आशिक तांती के रूप में हुई है। इनके शवों के पास से एक देसी पिस्टल, तीन कारतूस, तीन मोबाइल सहित कई सामान बरामद किए गए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह घटना पश्चिमी सिंहभूम के बंदगांव और खूंटी जिले के मरहू थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में हुई है।
जानकारी के अनुसार, पीएलएफआई नक्सलियों का एक गुट संगठन से अलग होकर अपना गिरोह बनाने में जुटा था। इसी को लेकर सोमवार को विवाद हुआ और इसके बाद दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों नक्सलियों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मारे गए दोनों नक्सलियों के खिलाफ बंदगांव थाना क्षेत्र में आपराधिक मामले दर्ज थे।
इसके पहले पश्चिमी सिंहभूम जिले में इसी साल 29 जनवरी को पुलिस के साथ मुठभेड़ में भाकपा माओवादी संगठन के दो नक्सली मारे गए थे। पीएलएफआई संगठन झारखंड के साथ-साथ बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों, व्यापारियों आदि से जबरन वसूली और टेरर फंडिंग के लिए कुख्यात रहा है।
दो वर्ष पूर्व पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप को गिरफ्तार किए जाने के बाद संगठन कमजोर हो गया था, लेकिन कुछ लोगों ने एक बार फिर से इसके नाम पर हिंसक गतिविधियां शुरू कर दी।
इस संगठन के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) जांच कर रही है। एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन को फिर से खड़ा करने के मामले में जांच के बाद इससे जुड़े दो लोगों खूंटी निवासी नीलांबर गोप उर्फ डेलगा उर्फ डिकल और शिव कुमार साहू के खिलाफ दिसंबर 2024 में अदालत में चार्जशीट फाइल की थी।
एनआईए ने चार्जशीट में कहा था कि पीएलएफआई सदस्यों ने लोगों, खासकर व्यापारियों और ठेकेदारों में डर पैदा करने के लिए हत्या, आगजनी और हिंसक हमले करने की भी साजिश रची।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम