देहरादून, 26 मई (आईएएनएस)। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को शुरू हुए लगभग 1 महीने का समय हो गया है। इस बार मौसम भी यात्रियों की कड़ी परीक्षा लेने में पीछे नहीं है। पल-पल बदलते मौसम के कारण यात्रियों को भी काफी परेशानियां हो रही हैं, लेकिन फिर भी उनका उत्साह कम नहीं हो रहा है। इस बार जहां पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है तो वहीं केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में कभी हिमखंड और ग्लेशियर आ कर गिर रहे हैं, तो कभी चट्टानें गिर कर यात्रा में बाधा उत्पन्न कर रही हैं। मौसम विभाग लगातार मौसम को लेकर अलर्ट जारी कर रहा है।
तो वहीं चारधाम यात्रा में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं के संख्या की बात की जाए तो इस समय केदारनाथ में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं। दूसरी तरफ बद्रीनाथ में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। यात्रा की शुरूआत 22 अप्रैल को हुई थी और अभी तक लगभग 35 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवा दिया है, तो 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
वहीं यात्रा में बच्चे हों या फिर बुजुर्ग सभी पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार यात्रा में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आ रहे हैं जो की चिंता का विषय है। पिछले 34 दिन की बात करें तो इन 34 दिनों में करीब 75 यात्रियों की मौत हो चुकी है। बड़ी बात यह है कि शासन और प्रशासन द्वारा यात्रियों के लिए बहुत कुछ करने की बात की जा रही है। कोशिशें की जा रही है कि उन्हीं यात्रियों को यात्रा करने दिया जाए जो स्वस्थ है, खासतौर पर बुजुर्ग यात्रियों का मेडिकल सर्टिफिकेट तक चेक करने की बात कही जा रही है। जगह जगह पर डॉक्टर भी तैनात किए गए हैं। यही नहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के लिए हेल्थ एटीएम तक लगाए गए हैं। ताकि श्रद्धालुओं के 70 से ज्यादा जांचे कुछ ही मिनट में की जा सकें, बावजूद इसके मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
ये है 24 मई 2023 तक के आंकड़े:-
यमुनोत्री में 19 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
गंगोत्री में 9 श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौत
केदारनाथ में 34 श्रद्धालुओं की मौत।
बद्रीनाथ में 13 श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौत
–आईएएनएस
स्मिता/एएनएम