नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्तवर्ष में 9 अक्टूबर तक भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह साल-दर-साल 21.82 प्रतिशत बढ़कर 9.57 लाख करोड़ रुपये हो गया।
प्रत्यक्ष कर संग्रह – रिफंड का शुद्ध – 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 52.50 प्रतिशत था।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
–आईएएनएस
एसजीके
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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्तवर्ष में 9 अक्टूबर तक भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह साल-दर-साल 21.82 प्रतिशत बढ़कर 9.57 लाख करोड़ रुपये हो गया।
प्रत्यक्ष कर संग्रह – रिफंड का शुद्ध – 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 52.50 प्रतिशत था।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्तवर्ष में 9 अक्टूबर तक भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह साल-दर-साल 21.82 प्रतिशत बढ़कर 9.57 लाख करोड़ रुपये हो गया।
प्रत्यक्ष कर संग्रह – रिफंड का शुद्ध – 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 52.50 प्रतिशत था।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्तवर्ष में 9 अक्टूबर तक भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह साल-दर-साल 21.82 प्रतिशत बढ़कर 9.57 लाख करोड़ रुपये हो गया।
प्रत्यक्ष कर संग्रह – रिफंड का शुद्ध – 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 52.50 प्रतिशत था।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह – रिफंड का शुद्ध – 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 52.50 प्रतिशत था।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
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आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”
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प्रत्यक्ष कर संग्रह – रिफंड का शुद्ध – 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 52.50 प्रतिशत था।
प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सकल संग्रह 11.07 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान सकल संग्रह से 17.95 प्रतिशत अधिक था।
आंकड़ों के अनुसार, सकल राजस्व संग्रह के मामले में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) की वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर 29.53 प्रतिशत रही।
वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, “जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए 29.53 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 29.08 प्रतिशत (एसटीटी सहित) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.39 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 32.51 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 31.85 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।”