नई दिल्ली, 31 मार्च (आईएएनएस)। दक्षिण अमेरिकी देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, उत्तरी चिली में एक व्यक्ति एवियन इन्फ्लुएंजा ए (एच5एन1) बर्ड फ्लू से संक्रमित पाया गया है।
बीएनओ न्यूज ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि तटीय शहर टोकोपिला का 53 वर्षीय व्यक्ति गंभीर निमोनिया के साथ गंभीर लेकिन स्थिर स्थिति में है।
यह तुरंत पता नहीं चला कि वह कैसे संक्रमित हुआ।
मंत्रालय के हवाले से कहा गया है, इस बीमारी के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को सक्रिय किया गया था और संबंधित नमूने सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान द्वारा विश्लेषण के लिए लिए गए थे, जिसने पुष्टि की कि यह एवियन इन्फ्लुएंजा है।
यह संक्रमण के स्रोत और रोगी के संपर्को की जांच की जा रही है, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि कोई और प्रभावित तो नहीं हुआ है।
जनवरी में इक्वाडोर में 9 साल की एक बच्ची के मामले के बाद चिली में बर्ड फ्लू का यह पहला मानव मामला है और दक्षिण अमेरिका में दूसरा मामला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन आखिरकार वह ठीक हो गई।
यह एवियन इन्फ्लुएंजा के तनाव के बारे में बढ़ती चिंता के बीच आता है जो दुनिया भर में फैल गया है।
एच5एन1 वायरस के नवीनतम प्रकोप ने रिकॉर्ड संख्या में पक्षियों को मार डाला है और अन्य लोगों के अलावा ऊदबिलाव, समुद्री शेर, लोमड़ी, डॉल्फिन और सील में भी फैल गया है।
माना जाता है कि चिली में 500 से अधिक समुद्री शेर एच5एन1 से मर गए थे। पड़ोसी पेरू में प्रकोप ने हजारों पक्षियों के अलावा लगभग 3,500 समुद्री शेरों को मार डाला है।
यह बड़े पैमाने पर वायरस के 2.3.4.4बी वंश के कारण होता है और शायद हाल के इतिहास में सबसे बड़ा है। इसने भविष्य के वैरिएंट की संभावना के बारे में भी चिंता जताई है, जिससे मानव-से-मानव संचरण हो सकता है।
इस महीने की शुरुआत में चीन ने बताया कि जियांगसू प्रांत में एक महिला ने एच5एन1 बर्ड फ्लू के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था, जो कंबोडिया में दो लोगों के एच5एन1 के पुराने संस्करण से संक्रमित होने के कुछ ही हफ्तों बाद आया था।
देश ने एच3एन8 बर्ड फ्लू के एक मानव मामले की भी सूचना दी।
डब्ल्यूएचओ के अधिकारी डॉ. सिल्वी ब्रायंड ने कहा, दुनिया भर में पक्षियों में वायरस के व्यापक प्रसार और मनुष्यों सहित स्तनधारियों में मामलों की बढ़ती रिपोर्ट को देखते हुए एच5एन1 का वैश्विक प्रकोप चिंताजनक है। डब्ल्यूएचओ इस वायरस से जोखिम को गंभीरता से लेता है और सभी देशों से सतर्कता बढ़ाने का आग्रह करता है।
–आईएएनएस
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