बीजिंग, 24 सितंबर (आईएएनएस)। चीनी तिब्बती विद्वानों का एक आदान-प्रदान प्रतिनिधिमंडल 20 से 22 सितंबर तक फ्रांस के दौरे पर गया। उन्होंने शित्सांग (तिब्बत) में चीनी शैली के आधुनिकीकरण के अभ्यास और अंतरराष्ट्रीय ज्वलंत मुद्दों पर फ्रांसीसी थिंक टैंक और विशेषज्ञों के साथ गहन आदान-प्रदान और चर्चा की।
इस आदान-प्रदान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी तिब्बती शोध केंद्र के उप महानिदेशक चा लुओ ने किया है। इसके सदस्यों में चीनी तिब्बती शोध केंद्र, चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय रणनीति संस्थान और चीन राजनीति विज्ञान और विधि विश्वविद्यालय के मानवाधिकार संस्थान के तिब्बती विशेषज्ञ और विद्वान शामिल हैं।
फ्रांसीसी एशिया शोध केंद्र के प्रमुखों और विशेषज्ञों के साथ चर्चा के दौरान, आदान-प्रदान प्रतिनिधिमंडल के विशेषज्ञों ने तिब्बत में गरीबी उन्मूलन कार्य को पूरा करने के बाद चीनी शैली के आधुनिकीकरण की नई यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए ठोस अभ्यास पेश किए।
चा लुओ ने कहा कि चीनी शैली के आधुनिकीकरण के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, तिब्बत का आधुनिकीकरण आम समृद्धि का अनुसरण करता है और ध्रुवीकरण को रोकता है। यह भौतिक सभ्यता और आध्यात्मिक सभ्यता के समन्वित विकास को बढ़ावा देता है, जो समय के साथ तालमेल रख सकता है और तिब्बत की उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति को विरासत में प्राप्त कर सकता है और विकसित कर सकता है।
यह पारिस्थितिक सुरक्षा अवरोध को मजबूत करता है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देता है। यह क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पड़ोसी देशों और क्षेत्रों के साथ घनिष्ठ आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान करता है।
यात्रा के दौरान, विनिमय प्रतिनिधिमंडल ने पेरिस और टूलूज़ में कई फ्रांसीसी लोगों के साथ चीन पर चर्चा की, जो चीन को जानते हैं और उनके मित्र हैं। फ्रांस का दौरा करने के बाद, विनिमय प्रतिनिधिमंडल नॉर्वे का भी दौरा करेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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