बीजिंग, 1 सितंबर (आईएएनएस)। चीनी संस्कृति का एक लंबा, व्यापक और गहरा इतिहास है, और यह चीनी राष्ट्र की जड़ और आत्मा है। आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में चीनी संस्कृति एक अद्वितीय भूमिका निभाती है।
चीनी संस्कृति आधुनिकीकरण के लिए समृद्ध आध्यात्मिक संसाधन प्रदान करती है।
“परोपकार”, “सद्भाव” और “विनम्रता” जैसे कन्फ्यूशियस के विचार एक सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण के लिए मूल्य मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। “प्रकृति” और “निष्क्रियता” की ताओवादी अवधारणाएं पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण के लिए एक दार्शनिक आधार प्रदान करती हैं। ये सांस्कृतिक सार आधुनिकीकरण में आध्यात्मिक शक्ति का संचार करते हैं।
चीनी संस्कृति आधुनिकीकरण के लिए नवीनता का स्रोत प्रदान करती है। सुलेख, चित्रकला, संगीत, नाटक आदि जैसी पारंपरिक कलाओं ने आधुनिक तकनीक के साथ संयोजन के माध्यम से नई जीवन शक्ति प्राप्त की है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा और मार्शल आर्ट जैसे पारंपरिक कौशल भी आधुनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन सांस्कृतिक नवाचारों ने आधुनिकीकरण में जीवन शक्ति का संचार किया है।
तीसरा, चीनी संस्कृति आधुनिकीकरण के लिए संचार का एक मंच प्रदान करती है। “वन बेल्ट, वन रोड” जैसी पहलों की प्रगति के साथ, चीनी संस्कृति वैश्विक हो गई है, जिससे विभिन्न सभ्यताओं के बीच आदान-प्रदान और आपसी सीख को बढ़ावा मिल रहा है। चीनी संस्कृति की समावेशिता और खुलापन मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के लिए सांस्कृतिक समर्थन प्रदान करता है।
संक्षेप में, आधुनिकीकरण प्रक्रिया में चीनी संस्कृति एक अपरिहार्य और महत्वपूर्ण शक्ति है। हमें चीनी संस्कृति को विरासत में लेना चाहिए और उसे आगे बढ़ाना चाहिए तथा आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में इसे नई चमक के साथ चमकने देना चाहिए।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
–आईएएनएस
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