नई दिल्ली, 14 दिसम्बर (आईएएनएस)। एक शीर्ष सूत्र ने बुधवार को कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सर्वर पर साइबर हमला चीन से किया गया। हालांकि, सभी डेटा सफलतापूर्वक पुनप्र्राप्त कर लिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्र के मुताबिक, हैकर्स ने अस्पताल के पांच भौतिक सर्वरों को निशाना बनाया, लेकिन इन पांचों सर्वरों का डेटा अब वापस ले लिया गया है।
इस बीच, अस्पताल ने भी कुछ विभागों में आंशिक रूप से ऑनलाइन मोड पर काम करना शुरू कर दिया है। अस्पताल के एक सूत्र ने बुधवार को बताया कि ओपीडी अप्वाइंटमेंट कुछ हद तक ऑनलाइन माध्यम से शुरू किया गया है। सूत्र ने कहा कि न्यू राजकुमारी अमृता कौर (आरएके) ओपीडी में कुछ ऑनलाइन और ऑफलाइन नए और फॉलो-अप पंजीकरण किए जाने शुरू हो गए हैं।
हालांकि अभी तक वार्ड में भर्ती और डिस्चार्ज की प्रक्रिया के बीच ऑनलाइन समन्वय शुरू नहीं किया गया है। इसलिए मैनुअल मोड पर डिस्चार्ज किया जा रहा है। अस्पताल में अभी तक स्मार्ट लैब को भी ऑनलाइन नहीं जोड़ा गया है। 23 नवंबर को पहली बार एम्स के सर्वर हैक होने की सूचना मिली थी। दो दिन बाद दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई द्वारा जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था।
हालांकि, पुलिस ने अस्पताल की ओर से किसी तरह की मांग से इनकार किया था। दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा था कि ऐसी कोई मांग एम्स प्रशासन के संज्ञान में नहीं लाई गई है।
–आईएएनएस
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