बीजिंग, 24 फरवरी (आईएएनएस)। 22 फरवरी को चीन और भारत ने सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की 26वीं बैठक पेइचिंग में आयोजित की। चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और समुद्री मामले विभाग के प्रधान और भारतीय विदेश मंत्रालय के पूर्वी एशिया विभाग एवं विदेश मंत्री कार्यालय के संयुक्त सचिव ने संयुक्त रूप से इसकी अध्यक्षता की। बैठक में दोनों देशों के विदेश मामलों, रक्षा और आव्रजन विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
दोनों पक्षों ने चीन और भारत के बीच सीमा नियंत्रण की पिछली अवधि में हुई सकारात्मक प्रगति की समीक्षा की, प्रारंभिक चरण में गलवान घाटी और अन्य चार स्थानों में दोनों देशों की सीमा बलों के पीछे हटने के परिणामों का सक्रिय आकलन किया, अगले चरण में परामर्श विचारों पर स्पष्ट और गहराई से विचार-विमर्श किया। इसके अलावा, दोनों पक्ष निम्नलिखित आम सहमति पर भी पहुंचे।
पहला, दोनों पक्षों ने सीमा की स्थिति को और स्थिर करने के लिए दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को सक्रिय रूप से लागू करने पर सहमति व्यक्त की।
दूसरा, दोनों पक्षों ने बातचीत के परिणामों को मजबूत करने, दोनों पक्षों द्वारा किए गए समझौतों और संबंधित सहमतियों का कड़ाई से पालन करने, स्थिति की पुनरावृत्ति से बचने और सीमा क्षेत्रों में शांति और अमन-चैन सुनिश्चित करने पर सहमति व्यक्त की।
तीसरा, दोनों पक्षों ने पिछली सहमति के आधार पर एक ही दिशा की ओर आगे बढ़ने, चीन-भारत सीमा के पश्चिमी खंड से संबंधित मुद्दों के समाधान में तेजी लाने, दोनों पक्षों के स्वीकार्य प्रस्ताव पर जल्द ही प्राप्त करने पर सहमति व्यक्त की। साथ ही, दोनों पक्षों ने सीमा की स्थिति में और शैथिल्य लाने के लिए अन्य उपायों पर चर्चा की, और सीमा की स्थिति को सामान्य नियंत्रण के चरण में धकेलने के लिए कड़ी मेहनत करने पर सहमति व्यक्त की।
चौथा, दोनों पक्षों ने राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से निकट संचार बनाए रखने और जल्द से जल्द सैन्य कमांडर स्तर की 18वें दौर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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