कोलंबो, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। श्रीलंका के कृषि मंत्री महिंदा अमरवीरा ने संसद में बताया कि अप्रैल में चीन के अनुरोध के बाद, श्रीलंका को बंदरों के निर्यात के लिए और अधिक अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
अमरवीरा ने कहा कि अप्रैल में चीन से जो अनुरोध आया था, उसी प्रकार का अनुरोध अन्य कई देशों के चिड़ियाघरों से टोक़ मकाक बंदरों के लिए आया है।
विपक्ष द्वारा उठाए गए एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा, “मैं उन्हें अपने देशों के संबंधित दूतावासों के माध्यम से अनुरोध करने के लिए सूचित करता हूं।”
अप्रैल में, चीन की एक निजी फर्म ने 100,000 बंदरों के लिए अनुरोध किया था।
मंत्री और श्रीलंका सरकार इस अनुरोध पर सहमत हो गए थे लेकिन पर्यावरण और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने इसका कड़ा विरोध किया और मामला अदालत में पहुंच गया।
सरकार फसलों को होने वाले नुकसान को नियंत्रित करने के उपाय के रूप में बंदरों के निर्यात पर सहमत हुई थी।
लेकिन पशु और वन्यजीव संरक्षण संगठनों सहित 30 पक्षों ने बंदरों के निर्यात के सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में शिकायत की थी।
शिकायतकर्ताओं को आशंका थी कि बंदरों का इस्तेमाल मांस के लिए किया जाएगा, जबकि अन्य लोगों ने दावा किया कि बंदरों का इस्तेमाल चिकित्सा अनुसंधान के लिए किया जाएगा।
विरोध के बीच जून में सरकार ने बंदरों को चीन निर्यात करने का विचार छोड़ दिया।
–आईएएनएस
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