बीजिंग, 9 सितंबर (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर चीन के हेलोंगच्यांग प्रांत के लुंगवांगम्याओ नामक गांव में 7 सितंबर को एक विशेष मेहमान पहुंचे। वे हेलोंगच्यांग प्रांत की राजधानी हार्बिन से पहले ट्रेन और फिर कार लेकर इस छोटे गांव में पहुंचे, जहां केवल 500 लोग रहते हैं।
इस वर्ष के जुलाई और अगस्त में लगातार तूफान आए। पेइचिंग-थ्येनचिन-हबेई समेत पूरे उत्तरी चीन में एक सदी से भी अधिक समय में सबसे भारी वर्षा हुई। बाढ़ से काफी मानवीय और संपत्ति का नुकसान हुआ है।
अगस्त में, लुंगवांगम्याओ गांव, जो मुख्य रूप से अनाज पैदा करता है, पिछले 70 वर्षों में सबसे भारी वर्षा हुई। गांव के आधे खेत और मकान प्रभावित हुए।
पूर्वोत्तर क्षेत्र चीन का “अनाज भंडार” है, और यह लुंगवांगम्याओ गांव एक महत्वपूर्ण अनाज उत्पादक क्षेत्र है। आपदा के बाद पुनर्निर्माण के महत्वपूर्ण वक्त पर इस छोटे से गांव में प्रभावित लोगों से मिलने आए खास मेहमान कोई और नहीं बल्कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग हैं।
एक देश के शीर्ष नेता के रूप में, शी चिनफिंग हमेशा आपदा की स्थिति पर ध्यान देते हैं और प्रभावित लोगों के जीवन के बारे में चिंता करते हैं।
उन्होंने विभिन्न स्तरीय सरकारों से इस बात की गारंटी देने का आग्रह किया कि “आपदाग्रस्त लोग सर्दियों में सुरक्षित और गर्म रूप से जीवन बिता सकें”, “आपदाग्रस्त छात्र समय पर स्कूल लौट सकें” और “लोगों के लिए जो भी फायदेमंद हो वह करें, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो”।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस