बीजिंग, 17 अगस्त (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रीय ऊर्जा प्रशासन की ओर से शनिवार को की गई घोषणा के अनुसार, चीन को 2025-2026 के कार्यकाल के लिए एपीईसी ऊर्जा कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) का अध्यक्ष चुना गया है। यह चुनाव ईडब्ल्यूजी की 68वीं बैठक में हुआ, इसमें चीन के उम्मीदवार ने सफलतापूर्वक पद हासिल किया, जो एपीईसी सदस्य अर्थव्यवस्थाओं से मजबूत समर्थन और विश्वास का संकेत देता है।
यह चुनाव वैश्विक ऊर्जा शासन में चीन के निरंतर योगदान को महत्वपूर्ण रूप से स्वीकार करता है। हाल के वर्षों में, चीन सक्रिय रूप से वैश्विक ऊर्जा सुधारों को बढ़ावा दे रहा है, जिसमें “बेल्ट एंड रोड” ऊर्जा साझेदारी की स्थापना और एक अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा परिवर्तन गठबंधन का प्रस्ताव शामिल है। ये पहल स्वच्छ ऊर्जा को आगे बढ़ाने और ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए चीन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
ईडब्ल्यूजी अध्यक्ष के रूप में एक चीनी प्रतिनिधि का चुनाव ऊर्जा विकास में चीन की उपलब्धियों और वैश्विक ऊर्जा शासन के भविष्य को आकार देने में इसकी भूमिका के लिए एपीईसी की मान्यता को रेखांकित करता है।
चीन इस नेतृत्व की स्थिति का लाभ उठाकर एपीईसी सदस्यों के बीच रचनात्मक संवाद को बढ़ाने की योजना बना रहा है, जिससे ईडब्ल्यूजी के प्रयासों को एपीईसी नेताओं, मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के व्यापक उद्देश्यों के साथ जोड़ा जा सके।
चीन का लक्ष्य क्षेत्रीय सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए सदस्य अर्थव्यवस्थाओं के साथ समन्वय को मजबूत करना है। चीन अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में साझा भविष्य के साथ एशिया-प्रशांत समुदाय के निर्माण में अपनी विशेषज्ञता, समाधान और संसाधनों का योगदान देगा।
बता दें कि साल 1990 में स्थापित, एपीईसी ऊर्जा कार्य समूह एपीईसी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की आर्थिक और तकनीकी सहयोग संचालन समिति के तहत 14 कार्य समूहों में से एक है। यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ऊर्जा चुनौतियों और अवसरों को संबोधित करने के लिए एपीईसी सदस्य अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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