बीजिंग, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण के लिए यूनेस्को अंतर-सरकारी समिति के 19वें नियमित सत्र ने 5 दिसंबर को समीक्षा पारित की और ‘ली जाति की पारंपरिक कताई, रंगाई, बुनाई और कढ़ाई कौशल’, ‘छ्यांग जाति का नव वर्ष’, ‘पारंपरिक चीनी लकड़ी के आर्क ब्रिज निर्माण तकनीक’ समेत 3 विरासत परियोजनाओं को तत्काल संरक्षण की आवश्यकता वाली अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों की सूची से मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में स्थानांतरित किया।
2009 में तत्काल संरक्षण की आवश्यकता वाली अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों की सूची में शामिल होने के बाद से, इन तीन विरासत परियोजनाओं ने संरक्षण में उल्लेखनीय परिणाम हासिल किए हैं।
‘ली जाति की पारंपरिक कताई, रंगाई, बुनाई और कढ़ाई कौशल’ ने सहकारी समितियों और उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्थानीय ली जातीय समूह के लोगों, विशेष रूप से महिलाओं को रोजगार दिया और आय में वृद्धि की है।
‘छ्यांग जाति के नव वर्ष’ ने छ्यांग जाति के पारंपरिक संस्कृति संरक्षण और स्थानीय सांस्कृतिक पर्यावरण-पर्यटन और ग्रामीण पर्यटन के विकास बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
‘पारंपरिक चीनी लकड़ी के आर्क ब्रिज निर्माण तकनीक’ के संरक्षण और विरासत में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत परियोजनाओं और संस्कृति व प्राकृतिक पारिस्थितिकी के समन्वित संरक्षण की अच्छी प्रवृत्ति बनाई है।
बता दें कि यह पहली बार है कि अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए यूनेस्को कन्वेंशन के सूची तंत्र के ढांचे के तहत स्थानांतरण प्रक्रिया को आधिकारिक तौर पर लागू किया गया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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