बीजिंग, 22 मई (आईएएनएस)। 22 मई अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस है। इस वर्ष इस दिवस की थीम ‘प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास’ है।
चीनी राष्ट्रीय वानिकी और चरागाह प्रशासन से मिली खबर के अनुसार, चीन में दुर्लभ और लुप्तप्राय जंगली जानवरों और वनस्पतियों की आबादी लगातार बढ़ रही है, जिनके आवास और प्रजनन वातावरण में लगातार सुधार हो रहा है और देश में जैव विविधता संरक्षण में उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त हुए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में, चीन में 200 से अधिक दुर्लभ और लुप्तप्राय जंगली प्रजातियां बहाली और विकास के चरण में प्रवेश कर चुकी हैं और 100 से अधिक लुप्तप्राय जंगली वनस्पतियों को आपातकालीन संरक्षण प्राप्त हो चुका है।
साल 2024 में, जलपक्षियों की राष्ट्रीय समकालिक निगरानी के नवीनतम परिणाम बताते हैं कि देश में शीतकालीन जलपक्षियों की कुल संख्या 5 लाख 59 हजार तक पहुंच गई, जो अब तक की राष्ट्रीय निगरानी का उच्चतम रिकॉर्ड है।
वहीं, छिंगहाई प्रांत में स्थित सानच्यांगयुआन राष्ट्रीय उद्यान की जैव विविधता अभी भी समृद्ध बनी हुई है, जहां तिब्बती मृगों की संख्या 1980 के दशक के प्रारंभ में 20,000 से बढ़कर 70,000 से अधिक हो गई है।
पूर्वोत्तर चीन के चीलिन और हेइलोंगच्यांग दोनों प्रांतों में स्थापित साइबेरियाई बाघ और तेंदुए राष्ट्रीय उद्यान ने प्रारंभिक तौर पर आकाश-जमीन एकीकृत पूर्ण कवरेज निगरानी प्रणाली स्थापित की, जहां 70 से अधिक जंगली साइबेरियाई बाघ और 80 से अधिक जंगली साइबेरियाई तेंदुए हैं।
बताया गया है कि चीन वनस्पति उद्यानों, जर्मप्लाज्म संसाधन बैंकों, वन्यजीव बचाव और प्रजनन अड्डों से युक्त संरक्षण प्रणाली में और सुधार करेगा, व्यवस्थित तरीके से नए राष्ट्रीय वनस्पति उद्यानों की स्थापना करेगा, कई प्रमुख पशु राष्ट्रीय संरक्षण और अनुसंधान केंद्रों का निर्माण करेगा और जैव विविधता संरक्षण को व्यापक रूप से मजबूत करेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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