बीजिंग, 26 मार्च (आईएएनएस)। चीन-लाओस रेलवे पर मालगाड़ियों का “यात्री रेलगाड़ी” की तरह संचालन बढ़ाने में बड़ी प्रगति हुई। चीन-लाओस रेलवे के लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस पर 25 मार्च तक अंतर्राष्ट्रीय मालगाड़ी एक हजार फेरे लगा चुकी है। इससे तीन लाख 95 हजार टन माल का परिवहन किया गया है।
लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस पर अंतर्राष्ट्रीय मालगाड़ी का सफल संचालन चीन और लाओस के रेलवे विभागों के बीच सहयोग की अहम उपलब्धि ही नहीं, दोनों देशों के बीच बढ़ रहे आर्थिक और व्यापारिक सहयोग का महत्वपूर्ण प्रतीक भी है। संचालन शुरू होने के बाद माल ढुलाई की मात्रा लगातार बढ़ रही है। इससे फल, सब्जियां, फूल और दैनिक आवश्यकता जैसे उत्पादों का परिवहन सुनिश्चित हुआ।
पिछले दो से अधिक साल में लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस के जरिए थाईलैंड और लाओस के डूरियन, मैंगोस्टीन व लोंगन समेत फल और चीन के युन्नान प्रांत के पत्तागोभी तथा अनार जैसे फल और सब्जियां तेजी से चीन और विदेशों में पहुंचाई गईं। चीन और लाओस तथा थाईलैंड जैसे देशों के बीच कृषि सहयोग और व्यापारिक आदान-प्रदान बढ़ाया गया।
ध्यान रहे कि आरसीईपी के प्रभावी होने के चलते चीन-लाओस रेलवे पर माल ढुलाई की मात्रा सतत रूप से बढ़ रही है। लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस आदि रेलगाड़ियों के जरिए न सिर्फ परिवहन की क्षमता उन्नत हुई, बल्कि चीन और आसियान देशों के बीच व्यापारिक मार्ग का विस्तार भी किया गया। दोनों पक्षों के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग की और विशाल संभावना होगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
एकेजे/
बीजिंग, 26 मार्च (आईएएनएस)। चीन-लाओस रेलवे पर मालगाड़ियों का “यात्री रेलगाड़ी” की तरह संचालन बढ़ाने में बड़ी प्रगति हुई। चीन-लाओस रेलवे के लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस पर 25 मार्च तक अंतर्राष्ट्रीय मालगाड़ी एक हजार फेरे लगा चुकी है। इससे तीन लाख 95 हजार टन माल का परिवहन किया गया है।
लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस पर अंतर्राष्ट्रीय मालगाड़ी का सफल संचालन चीन और लाओस के रेलवे विभागों के बीच सहयोग की अहम उपलब्धि ही नहीं, दोनों देशों के बीच बढ़ रहे आर्थिक और व्यापारिक सहयोग का महत्वपूर्ण प्रतीक भी है। संचालन शुरू होने के बाद माल ढुलाई की मात्रा लगातार बढ़ रही है। इससे फल, सब्जियां, फूल और दैनिक आवश्यकता जैसे उत्पादों का परिवहन सुनिश्चित हुआ।
पिछले दो से अधिक साल में लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस के जरिए थाईलैंड और लाओस के डूरियन, मैंगोस्टीन व लोंगन समेत फल और चीन के युन्नान प्रांत के पत्तागोभी तथा अनार जैसे फल और सब्जियां तेजी से चीन और विदेशों में पहुंचाई गईं। चीन और लाओस तथा थाईलैंड जैसे देशों के बीच कृषि सहयोग और व्यापारिक आदान-प्रदान बढ़ाया गया।
ध्यान रहे कि आरसीईपी के प्रभावी होने के चलते चीन-लाओस रेलवे पर माल ढुलाई की मात्रा सतत रूप से बढ़ रही है। लेनछांग-मेकोंग एक्सप्रेस आदि रेलगाड़ियों के जरिए न सिर्फ परिवहन की क्षमता उन्नत हुई, बल्कि चीन और आसियान देशों के बीच व्यापारिक मार्ग का विस्तार भी किया गया। दोनों पक्षों के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग की और विशाल संभावना होगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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