बीजिंग, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। पेइचिंग समय के अनुसार, 30 मार्च को होंडुरास के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि देश की राष्ट्रपति शियोमारा कास्त्रो जल्द ही चीन का दौरा करेंगी। इस समय, होंडुरास के थाईवान के अधिकारियों के साथ तथाकथित राजनयिक संबंध को समाप्त करने और चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने के बाद से केवल चार दिन बीते हैं।
चीन और होंडुरस के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना से पहले, थाईवान की मिनचिन पार्टी ने कई प्रयास किए और यहां तक कि अमेरिका से बचाने की मांग की। अमेरिका और थाईवान ने कई कदम उठाए, लेकिन सब व्यर्थ हो गए।
वास्तव में मिनचिन पार्टी के अधिकारी लंबे समय से पैसे वाली कूटनीति का उपयोग कर दूसरे देश के साथ तथाकथित कूटनीतिक संबंध बनाए रखते हैं। हाल के वर्षों में, होंडुरास में थाईवान से जुड़े कई पैसे वाली कूटनीति बदनामी सामने आई हैं, जिनमें 2 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक शामिल हैं।
होंडुरास मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2018 में, होंडुरास की पूर्व प्रथम महिला, रोसा एलेना बोनिला को सार्वजनिक धन का गबन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसका एक हिस्सा थाईवान के अधिकारियों से तथाकथित दान से आया था।
तथ्यों ने साबित कर दिया है कि पैसे वाली कूटनीति होंडुरास के वास्तविक विकास और प्रगति की प्राप्ति में मदद नहीं करती है, लेकिन इसका उपयोग तथाकथित राजनयिक संबंध बनाए रखने के लिए उच्च-स्तरीय अधिकारियों द्वारा हितों के स्थानांतरण के लिए किया जाता है।
नवंबर 2021 में, राष्ट्रपति चुनाव के दौरान, कास्त्रो ने प्रस्तावित किया कि यदि वह निर्वाचित होती हैं, तो वह थाईवान के अधिकारियों के साथ कूटनीतिक संबंध तोड़ देंगी और चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करेंगी। इसकी चर्चा करते हुए होंडुरस के नेटीजन जॉर्ज एंटोनियो यानेस फर्नांडीज ने कहा कि यह वास्तव में उन महान खबरों में से एक है जो मैंने पढ़ा है कि हमें दुनिया को खोलना चाहिए और दुनिया को होंडुरास के लिए खोलने की जरूरत है, इस तरह का महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए राष्ट्रपति का धन्यवाद।
वहीं, एक अन्य होंडुरस नेटीजन विलेडा ने कहा कि निस्संदेह यह इस वर्ष की अब तक की सबसे अच्छी खबर है। मुझे उम्मीद है कि हम भविष्य में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ इस संबंध से बहुत लाभ उठा सकते हैं।
मध्य अमेरिका, जहां होंडुरास स्थित है, को हमेशा अमेरिका के पिछड़े क्षेत्र के रूप में माना जाता रहा है। मिनचिन पार्टी ने कई बार अमेरिका से सहायता मांगी। नवंबर 2021 में, राष्ट्रपति चुनाव में कास्त्रो के यह कहने के बाद कि वह चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करना चाहेंगी, अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री ब्रायन निकोल्स खुले तौर पर यह कहते हुए होंडुरास पहुंचे कि उन्हें उम्मीद है कि होंडुरास थाईवान के साथ राजनयिक सम्बंध बनाए रखेगा।
इस साल जनवरी में, अमेरिका ने होंडुरास को सहायता करने वाली त्रिपक्षीय योजना शुरू करने के लिए थाईवान की मिनचिन पार्टी के अधिकारियों को खींच लिया।
वहीं, 15 मार्च को, कास्त्रो द्वारा चीन के साथ राजनियक संबंध स्थापित करने का औपचारिक घोषणा किए जाने के बाद, पूर्व अमेरिकी सीनेटर क्रिस्टोफर डोड ने राष्ट्रपति के विशेष दूत के रूप में होंडुरस की आपातकालीन यात्री की, जिनकी मंशा होंडुरस का दिशा मुड़ने से रोकना थी। परिणाम स्पष्ट है। मिनचिन पार्टी अधिकारियों की पैसे वाली कूटनीति बिलकुल बेकार है। भले ही अमेरिका खुले आम हस्तक्षेप करता है, यह मदद नहीं करेगा। यह एक बार फिर साबित करता है कि थाईवान स्वतंत्रता की कोई दिशा नहीं है। वर्तमान में अधिक से अधिक देश एक-चीन सिद्धांत को स्वीकार करते हैं और चीन के पुन: एकीकरण का समर्थन करते हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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