अमरावती, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को नोटिस जारी किया। सीएम ने रैली में अपने भाषणों के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
–आईएएनएस
एफजेड/एकेजे
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अमरावती, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को नोटिस जारी किया। सीएम ने रैली में अपने भाषणों के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
–आईएएनएस
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अमरावती, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को नोटिस जारी किया। सीएम ने रैली में अपने भाषणों के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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अमरावती, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को नोटिस जारी किया। सीएम ने रैली में अपने भाषणों के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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अमरावती, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को नोटिस जारी किया। सीएम ने रैली में अपने भाषणों के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
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जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।
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अमरावती, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को नोटिस जारी किया। सीएम ने रैली में अपने भाषणों के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
सीईओ मुकेश कुमार मीणा ने पाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष ने जो टिप्पणियां कीं वो प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
सीईओ ने जगन मोहन रेड्डी से चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ दिए गए बयानों के संबंध में 48 घंटे के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
नोटिस में कहा गया है, “निर्धारित समय के भीतर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना है। आगे की उचित कार्रवाई के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
यह नोटिस टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य वर्ला रमैया की शिकायत पर जारी किया गया है।
जगन मोहन रेड्डी ने अपने एक भाषण में कथित तौर पर चंद्रबाबू नायडू को आदतन अपराधी कहा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि नायडू ने लोगों को धोखा देना अपना पेशा बना लिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि शिकायत की जांच करने और पेन ड्राइव में दिए गए भाषणों को देखने के बाद, यह पाया गया कि उक्त पोस्ट प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन है।