नई दिल्ली, 20 सितंबर (आईएएनएस)। भारत और बांग्लादेश के बीच जैसा की एक रोचक टेस्ट सीरीज होने की उम्मीद थी, शुरुआत भी वैसी ही हुई है। चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम पर भारतीय टीम ने पहले टेस्ट की शुरुआत पहली पारी में 376 रन बनाकर की है। एक समय भारत का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 34 रन था। बांग्लादेश ने भारत के 6 विकेट भी 144 रनों पर गिरा दिए थे। लेकिन इसके बाद रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के बीच शानदार साझेदारी ने न केवल भारत को उभारा बल्कि 376 के सम्मानजनक स्कोर तक भी पहुंचाया।
यह भारत के क्रिकेट इतिहास में केवल दूसरी बार हुआ है जब 150 से कम स्कोर पर 6 विकेट गिरे हों और टीम के पुच्छले बल्लेबाजों ने 232 रन जोड़ दिए हों। 1971 में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिजटाउन में 70 रन के स्कोर पर 6 विकेट गिरने के बाद 347 रन बनाए थे। इसमें निचले क्रम के बल्लेबाजों ने 277 रनों का योगदान दिया था।
इस मैच में बांग्लादेश के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हसन महमूद ने 83 रन देकर 5 विकेट लिए। वह भारत के खिलाफ टेस्ट मैचों में ऐसा करने वाले सिर्फ पांचवें बांग्लादेश गेंदबाज हैं। इससे पहले बांग्लादेश के नैमुर रहमान (6/132), शाकिब अल हसन (5/62), मेहदी हसन मिराज (5/63) और शहादत हुसैन (5/71) ऐसा कर चुके हैं। खास बात यह है कि इन सभी गेंदबाजों ने यह प्रदर्शन बांग्लादेश में ही किया था। इससे पहले, भारत में एक बांग्लादेशी गेंदबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अबू जायेद का 2019 में इंदौर में (4/108) था।
यह हसन का सिर्फ चौथा टेस्ट मैच है और वह दो बार एक पारी में पांच विकेट ले चुके हैं। बांग्लादेश के लिए शहादत हुसैन ने सर्वाधिक चार बार ऐसा किया है, लेकिन इसके लिए उनको 38 टेस्ट मैच खेलने पड़े थे। खास बात यह भी है हसन महमूद साल 2000 के बाद से भारत में पहले ही टेस्ट दिन पर चार विकेट लेने वाले मात्र दूसरे पेसर हैं। इससे पहले डेल स्टेन ने साल 2008 में अहमदाबाद में पहले ही दिन 23 रन देकर 5 विकेट लिए थे।
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी ने इस पारी में 199 रनों की साझेदारी की जो भारत के लिए बांग्लादेश के खिलाफ की गई पांचवीं सबसे बड़ी साझेदारी है। लेकिन यह भारत की बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैचों में 7वें या उससे निचले विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। इसने 2004 में ढाका में सचिन तेंदुलकर और जहीर खान के बीच 10वें विकेट के लिए हुई 133 रनों की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया है। भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन साझेदारी में बनाने की बात करें तो शिखर धवन और मुरली विजय ने मिलकर 283 रन बनाए। ये मैच 2015 में हुआ था।
चेन्नई रविचंद्रन अश्विन का होम ग्राउंड है और वह यहां एक बार फिर भारत के टॉप परफॉर्मर साबित हुए हैं। अश्विन ने इस बार शानदार शतक लगाकर टीम को संकट से बचाया। चेन्नई में अश्विन अब तक दो टेस्ट शतक लगाने के अलावा पांच बार एक पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
टेस्ट में एक ही मैदान पर कई बार 5 विकेट और कई बार 100 रन बनाने वाले खिलाड़ियों में अश्विन ने बड़े दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। उनके अलावा, टॉप ऑलराउंडरों में गारफील्ड सोबर्स ने हेडिंग्ले (दो शतक, दो बार 5 विकेट), कपिल देव ने चेन्नई (दो शतक, दो बार 5 विकेट) और क्रिस केर्न्स ने ऑकलैंड (दो शतक, दो बार 5 विकेट) में शानदार प्रदर्शन किए हैं।
इसके साथ ही, टेस्ट मैचों में 8वें नंबर या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में अश्विन अब दूसरे स्थान पर पहुंच चुके हैं। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ न्यूजीलैंड के स्पिन ऑलराउंडर डेनियल विटोरी हैं जिन्होंने 5 शतक लगाए हैं।
–आईएएनएस
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