अहमदाबाद, 10 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के तहत 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों से संवाद किया। प्रधानमंत्री ने उन्हें बताया कि वो कैसे परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव से दूर रह सकते हैं।
इसी कड़ी में गुजरात के अहमदाबाद के क्रिस्टल पब्लिक स्कूल में ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएं शामिल हुए। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया भी शामिल हुए।
इस मौके पर कई छात्राओं ने आईएएनएस से बातचीत में इस कार्यक्रम के नाम तारीफों के पुल बांधे।
दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा रामी ग्रुही संद्रप ने आईएएनएस से बातचीत में प्रधानमंत्री के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम की तारीफ की। छात्रा ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम से बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने हमें बताया कि ज्यादा निराश नहीं होना चाहिए। अगर कभी परीक्षा में मार्क्स कम भी आ जाए, तो उसके आधार पर हम ऐसा नहीं कह सकते हैं कि हम पढ़ाई में ठीक नहीं हैं। दूसरी बार हमें उससे ज्यादा मेहनत नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने हमें प्राणायाम करने की सलाह दी जिससे हमारे मन तरोताजा होगा।
छात्रा पटेल वंसी विजय भाई ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने हमें बताया कि कैसे हम परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव का सामना कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने हमें सलाह दी कि हम परीक्षा के दौरान ज्यादा तनाव ना लें, क्योंकि कई बार ऐसा देखने को मिला है कि जब ज्यादातर बच्चे परीक्षा के दौरान ज्यादा तनाव लेते हैं। इसके अलावा, हमें अपने स्किल पर भी ध्यान देना चाहिए, ताकि हम खुद को निखार सके। कभी हमें इसे लेकर अपने मन में किसी भी प्रकार का तनाव नहीं लेना चाहिए। किसी परीक्षा में आने वाला कोई भी मार्क्स हमारा पूरा भविष्य निर्धारित नहीं कर सकता है।
दसवीं कक्षा की छात्रा श्याम हेका ने बताया कि प्रधानमंत्री ने हमें बताया कि हम कैसे परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव से निपट सकते हैं। उन्होंने हमें बताया कि हमें ध्यान करना चाहिए, ताकि हम अपना ध्यान एक जगह पर केंद्रित कर सकें।
दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा पटेल देविसा ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने हमें सलाह दी कि हमें परीक्षा में बिल्कुल भी घबराना नहीं है। अगर हमें घबराएंगे तो हमारी स्थिति और ज्यादा खराब हो जाएगी, इसलिए हमें परीक्षा के संबंध में किसी भी प्रकार की चिंता नहीं करनी है। हमें अपने आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहिए। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने हमें बताया कि हमारी दिनचर्या कैसी होनी चाहिए।
दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक अन्य छात्रा पटेल खुशी ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है। अब हम शांति से एग्जाम दे सकते हैं। अब हमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। हम पहली बार बोर्ड का एग्जाम देने जा रहे हैं, तो थोड़ा सा इस बात को लेकर चिंता है कि हमारा एग्जाम कैसे होगा। लेकिन, प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को सुनने के बाद अब हमारी सारी चिंता समाप्त हो चुकी है। हमें किसी भी प्रकार की चिंता नहीं है। हमें पूरा विश्वास है कि हम अच्छे मार्क्स लेकर आएंगे। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को सुनने के बाद अब हमारे अंदर सकारात्मकता का माहौल पैदा हुआ है।
–आईएएनएस
एसएचके/सीबीटी