लखनऊ, 18 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने 48,000 सरकारी स्कूलों में पांच लाख से अधिक बच्चों के गणित सीखने के कौशल को बढ़ाने के लिए खान अकादमी इंडिया के साथ एक नए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, यह पार्टनरशिप कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी), माध्यमिक शिक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग के स्कूलों सहित बुनियादी शिक्षा विभाग में बच्चों और शिक्षकों के लिए हिंदी में उच्च गुणवत्ता वाली गणित सीखने की सामग्री को सुलभ बनाएगी, उन्हें मूल रूप से कक्षाओं में एकीकृत करेगी।
खान अकादमी इंडिया भारत में लाखों शिक्षार्थियों के लिए मुफ्त, विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए एक गैर-लाभकारी संगठन है। इसकी स्थापना 2006 में खान अकादमी इंक और टाटा ट्रस्ट द्वारा की गई थी।
उत्तर प्रदेश के स्कूल शिक्षा के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार और खान एकेडमी इंडिया के बीच यह सहयोग यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि प्रत्येक छात्र के पास गणित में उत्कृष्टता हासिल करने और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए आवश्यक उपकरण और संसाधन हों।
उन्होंने कहा, केजीबीवी में कार्यक्रम की सफलता उज्जवल भविष्य के रूप में कार्य करेगी। हमें उनके साथ अपनी मजबूत साझेदारी को जारी रखने और विस्तार करने पर गर्व है।
2021 से, उत्तर प्रदेश सरकार ने केजीबीवी तक सीमित सरकारी स्कूलों में गणित सीखने के परिणामों में सुधार के लिए खान अकादमी के साथ मिलकर काम किया है। उत्साहजनक परिणामों ने इस साझेदारी के विस्तार को प्रेरित किया है।
सेकंड ईयर के खत्म होने तक, इस कार्यक्रम में 746 केजीबीवी से 72,000 बच्चों को शामिल किया गया और 24,000 से अधिक को प्रति माह 60 मिनट के लिए गणित अभ्यास में शामिल किया गया। इसके बेहतर परिणाम सामने आए।
पार्टनरशिप का मकसद दीक्षा पोर्टल पर शिक्षकों के लिए खान अकादमी के टेक-बेस्ड मॉड्यूल की मेजबानी करना है, ताकि राज्य भर के सभी शिक्षकों को वर्ल्ड क्लास कंटेंट और हिंदी-मीडियम में गणित सीखने के संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित हो सके।
इसके अलावा, खान अकादमी की टीम 48,000 शिक्षकों को उनकी पसंदीदा भाषा में ऑनलाइन शिक्षण संसाधनों का लाभ उठाने और व्यक्तिगत छात्र प्रगति डेटा के आधार पर सीखने में मदद करेगी।
पार्टनरशिप उत्तर प्रदेश में शैक्षिक बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगी, गणित शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देगी। शिक्षक अपने छात्रों का समर्थन करने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित होंगे, जबकि छात्रों को आकर्षक, व्यक्तिगत सीखने के अनुभवों से लाभ होगा।
जैसे-जैसे अधिक छात्र गणित के दैनिक अभ्यास में भाग लेते हैं, क्षेत्र में गणित शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार होना तय है। यह पहल सभी सामाजिक प्रयासों परिवर्तन के लिए अपने कॉपोर्रेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) अंब्रेला ब्रांड के तहत एचडीएफसी बैंक द्वारा समर्थित है।
–आईएएनएस
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