बीजिंग, 19 फरवरी (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में एक पेयजल दिशानिर्देश जारी किया है, जिसका उद्देश्य छोटी जल आपूर्ति सुविधाओं में पानी की गुणवत्ता में सुधार करना, सुरक्षित और विश्वसनीय जल आपूर्ति सुनिश्चित करना और जलजनित संक्रामक रोगों की रोकथाम और उपचार करना है।
संबंधित नीतियों और विनियमों को तैयार करते समय विभिन्न देशों से इस प्रकार की जल आपूर्ति की सुरक्षा पर पूरी तरह विचार करने का आह्वान किया गया। इस दिशानिर्देश के अनुसार, एकल परिवार में कुएं से पूरे समुदाय को पानी उपलब्ध कराते पाइप तक छोटी जल आपूर्ति सुविधाएं हैं।
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 2022 में भी 2.2 अरब लोगों को सुरक्षित पेयजल की सुविधा नहीं है, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, जहां अक्सर छोटी जल आपूर्ति सुविधाओं का उपयोग किया जाता है। इन सुविधाओं को अक्सर तकनीकी और संसाधन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जो उनकी जलापूर्ति की सुरक्षा और विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं।
उनमें पेयजल सुरक्षा से संबंधित दोष होने की अधिक संभावना है, जिससे जल-जनित संक्रामक रोग उभरेंगे और नकारात्मक सामाजिक-आर्थिक प्रभाव पड़ेगा। डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने कहा कि छोटी जल आपूर्ति सुविधाओं में निवेश का दोहरा रणनीतिक महत्व है। यह न केवल जल-जनित संक्रामक रोगों की घटनाओं को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है, बल्कि रोग की रोकथाम से संबंधित समग्र व्यय को भी कम कर सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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