शहडोल, देशबन्धु. जिले के ब्यौहारी क्षेत्र में इन दोनों जंगली जानवरों का मूवमेंट है जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों के मकान और उनकी फसलों का लगातार नुकसान किया जा रहा है. जंगली जानवरों से परेशान ग्रामीणों द्वारा आखेटपुर गांव में पिछले छह दिनों से धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है.
धरना पर बैठे ग्रामीणों की मांग है कि जंगली जानवरों से गांव वासियों के जान-माल की सुरक्षा की जाए. उनका कहना है कि पिछले 5 सालों में बाघ के हमले से आखेटपुर गांव में पांच लोगों की मौत हो चुकी है और अब वह जंगली हाथियों के उत्पात से परेशान हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से 20 जंगली हाथियों का झुंड गांव में पहुंचकर खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है. इतना ही नहीं यह हाथी घरों में भी तोड़फोड़ कर रहे हैं. लोगों ने पूर्व में वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर इसकी शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र पटेल ने बताया कि उनकी मांग है कि संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से सटे ब्यौहारी के गांव बोचरो, आखेटपुर, कोना, खड्डा, कोइलारी तक तार फेंसिंग की जाए, जिससे गांव में जंगली जानवरों का मूवमेंट कम हो सके. दूसरी मांग यह है कि बोचरो से अखेटपुर तक सड़क निर्माण किया जाए, क्योंकि इस मार्ग से रात में गुजरना ग्रामीणों के लिए बड़ी चुनौती है.
जंगली जानवरों का आना-जाना इस मार्ग में बना रहता है और लोग पैदल गुजरते हैं तो दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा, अखेटपुर में संजय गांधी राष्ट्रीय पार्क जाने के लिए पर्यटकों के लिए गेट बनाया जाए, चुहिरा नागाड़ोल में विद्युतिकरण हो और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान तक जानवरों के लिए कॉरिडोर बनाया जाए. जिससे गांव के अंदर जंगली जानवरों का आना-जाना बंद हो सके.
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने जब वन विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्हें केवल आश्वासन दिया और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. ब्यौहारी एसडीएम नरेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि धरने पर बैठे लोगों से मैं खुद वन विभाग के अधिकारी और थाना प्रभारी के साथ मौके पर पहुंचकर बातचीत कर चुका हूं. लोगों की जो मांगें हैं उन्हें हमने वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दिया है.