चंडीगढ़, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। किसान नेता जोगिंदर उगराहां ने कहा है कि अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है, जबकि हम उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
किसान नेता जोगिंदर उगराहां ने कहा है कि 101 सदस्यीय जत्थे को दिल्ली जाने से रोका जा रहा है। जो ड्राफ्ट केंद्र ने राज्यों को भेजे हैंं, उसको रद्द करवाने की मांग को लेकर 23 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बता दें कि खनौरी बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं।
किसान नेता रुल्दू सिंह मानसा ने कहा है कि आज बैठक में फैसला लिया है कि आंदोलन करने वाली दोनों फोरम के साथ 21 तारीख को बैठक की जाएगी। एसकेएम के 6 नेताओं की कमेटी उनके साथ बैठक करेगी।
संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर अनुरोध किया कि पिछले 10 महीनों से खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान और पिछले 20-22 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे साहिब जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ रही है। यह हमारे लिए बहुत चिंताजनक मुद्दा है। हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वे तुरंत केंद्र सरकार से बात करके इसका हल निकालें, क्योंकि सरकार को लोगों की चिंताओं को सुनने में कभी भी आनाकानी नहीं करनी चाहिए। हमने राज्यपाल से कहा कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो पंजाब में स्थिति और खराब हो जाएगी और सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। दूसरी बात यह है कि भारत सरकार ने राज्यों को एक ड्राफ्ट जारी किया है, हम इसका विरोध करते हैं।
उल्लेखनीय है कि 15 दिसंबर को पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में निदेशक मयंक मिश्रा के साथ अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात कर उनसे बातचीत की थी। डल्लेवाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हम अनशनकारी नेता को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने आए हैं।
–आईएएनएस
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